शिया उलमा ने किया इजरायली उत्पाद के बहिष्कार की अपील

बैतुल मुकद्दस के लिए नमाज बाद किया जोरदार प्रदर्शन
लखनऊ। बड़े इमामबाड़े की आसिफी मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज के बाद इजरायल के खिलाफ यौम-ए-कुद्स दिवस मनाया गया। मजलिस उलमा-ए-हिद के महासचिव व इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद के नेतृत्व में हजारों की संख्या में नमाजी हाथों में इजरायल व अमेरिका विरोधी बैनर व पोस्टर लिए थे।
मुसलमानों के पहले किब्ला-ए-अव्वल बैतुल मुकद्दस की सुरक्षा व उसकी वापसी की मांग को लेकर शिया समुदाय ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जाहिर की। शुक्रवार को अलविदा जुमे की नमाज के बाद आसिफी मस्जिद के बाहर हजारों की संख्या में एकत्र नमाजियों ने अमेरिका व इजरायल के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में शामिल शिया धर्मगुरुओं ने संयुक्त राष्ट्र संघ व केंद्र सरकार को ज्ञापन भेज इजरायल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर फिलिस्तीन की हर संभव सहायता की मांग की। साथ ही मुसलमानों से इजरायली उत्पाद के बहिष्कार की अपील की।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि आज (रमजान का अलविदा जुमा) पूरी दुनिया में मुसलमान यौम-ए-कुद्स मनाकर बैतुल मुकद्दस के लिए प्रदर्शन करता है। जब तक बैतुल मुकद्दस की सुरक्षा और उसकी वापस नहीं होती यह प्रदर्शन साल दर साल जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का सबसे बड़ा दुश्मन सऊदी अरब है। इजरायल व अमेरिका को सबक सिखाने के साथ बैतुल मुकद्दस को वापस पाने के लिए मुसलमानों को विश्व स्तर पर एकजुट होना होगा। इजरायली सरकार का गठन अरब देशों की कायरता का नतीजा है। कई मुस्लिम मुल्क होने के बाद भी वह मुसलमानों के नरसंहार पर वह चुप है। इजरायल व अमेरिका की साजिश का ही नतीजा है कि आज एक मुसलमान दूसरे मुसलमान का खून बहा रहा है। प्रदर्शन में मौलाना हबीब हैदर, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना फिरोज हुसैन, मौलाना तसनीम मेहंदी, मौलाना सरकार हुसैन सहित काफी संख्या में नमाजी शामिल रहे।