बिजली की समस्याओं के समाधान के लिए 'ई-निवारण ऐप’शुरू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्ज़ा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं के शीघ्र निराकरण के लिए ''ई-निवारण ऐप'' और टोल फ्री नं० 1912 को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से उपभोक्ताओं की समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जा रहा है। उपभोक्ता बिजली बिल के ऑनलाइन भुगतान व बिजली से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए ई-निवारण ऐप को ज्यादा से ज्यादा अपनाकर अपनी समस्याओं का निराकरण करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए उपलब्ध टोल फ्री नं० 1912 से अब तक 2148126 शिकायतों का त्वरित समाधान किया गया। उन्होंने बताया कि 1912 से 13 अप्रैल, 2०17 से 26 जून 2०19 तक पूरे प्रदेश के सभी डिस्कामों से बिल व मीटर में गड़बड़ी, न्यू कनेक्शन, लोड बढ़ाने व कम करने, विद्युत आपूर्ति बाधित होना, बिजली चोरी व ट्रांसफार्मर संबंधी 2182211 शिकायतें प्राप्त हुई, जिसमें से 98.44 प्रतिशत शिकायतों का समाधान अधिकारियों ने पूरी तत्परता से किया है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की समस्या को प्राथमिकता देते हुए प्रदेश सरकार 'उपभोक्ता देवो भव' की नीति पर चल रही है।
श्री शर्मा ने कहा कि उपभोक्ता ''ई-निवारण ऐप'' के माध्यम से मीटर में खराबी, बिजली बिल की समस्या, पावर कट और ट्रांसफारमर्स में खराबी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से उपभोक्ताओं को स्वयं बिल बनाने और जमा करने की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने तथा मूलभूत सुविधाओं को आमजन तक शीघ्र पहुँचाने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए अधिक से अधिक आधुनिक तकनीक का भी सहारा लिया जा रहा है, ताकि सरकार कम समय में अधिक से अधिक लोगों को सुविधा दे सके।
ऊर्ज़ा मंत्री ने कहा कि उपभोक्ता इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही बिजली की समस्याओं के समाधान के लिए सभी शहरी व ग्रामीण उपभोक्ता 24 घन्टे उपलब्ध प्रदेश व्यापी टोल फ्री नं० 1912 व संबंधित डिस्काम के टोल फ्री नं० पर फोन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के टोल फ्री नं० 18००-18००-44०, पश्चिमांचल के 18००-18०-3००2, पूर्वांचल के 18००-18०-5०25, दक्षिणांचल के 18००-18०-3०23 तथा केस्को के टोल फ्री नं० 18००-18०-1912 पर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं, जिसका अधिकारियों द्बारा त्वरित समाधान किया जायेगा।