अब दोषी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है अनुशासन समिति 
लखनऊ, । लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव के दौरान पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में काम न करने वाले लोगों को चिन्हित करने के लिए अनुशासन समिति का गठन किया था। पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। अनुशासन समिति में पांच जुलाई तक हर कार्यकर्ता को चुनाव के समय पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए की गयी किसी भी गतिविधि की शिकायत के लिए अवसर दिया गया था। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने शनिवार को यहां बताया कि समिति के समक्ष अब तक 35 लोकसभा क्षेत्रों से अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के सम्बन्ध में शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि समिति के अध्यक्ष अनुग्रह नारायण सिंह और समिति के सदस्य विनोद चैधरी ने इन शिकायतों पर गहनता से अध्ययन करना शुरू कर दिया है और तथ्यों की जांच की जा रही है।  कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की 39 लोकसभा सीटों से अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत मिली है। पार्टी की अनुशासन समिति अब इन शिकायतों की जांच कर दोषी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।

इस संबंध में अनुशासन समिति के अध्यक्ष अनुग्रह नारायण सिंह का कहना है कि जहां जरूरत होगी वहां अनुशासन समिति के सदस्य व्यक्तिगत रूप से जायेंगे और तथ्यों का भौतिक सत्यापन करेंगे क्योंकि इस समिति का उद्देश्य किसी को दण्डित करना न होकर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को यह भरोसा दिलाना है कि पार्टी पूरी तरीके से जवाबदेही, निष्पक्षता से संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। 

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि तथ्य गंभीर पार्टी विरोधी पाये गये तो निश्चित तौर पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि यद्यपि शिकायत करने की अवधि समाप्त हो चुकी है फिर भी यदि किसी लोकसभा क्षेत्र के किसी कार्यकर्ता के पास कोई गंभीर साक्ष्य या तथ्य ऐसे हैं जिनसे लगता है कि उसकी भी सुनवाई की जानी चाहिए तो मामले की पूरी निष्पक्षता से जांच की जायेगी।