अनुशासनहीनता पर जांच के बाद चार महिला रिक्रूट आरक्षी सेवा से पदच्युत

लखनऊ,। वाराणसी में एक माह पूर्व कई आरोप लगाते हुए पुलिस लाइन के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठी चार महिला रिक्रूट आरक्षियों को पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के आदेश पर शनिवार को  पदच्युत कर दिया। मामले में डीजीपी ने जांच के आदेश दिए थे। इसकी रिर्पोट आने के बाद कार्रवाई की गई है।  महिला रिक्रूट आरक्षियों कुमारी दुर्गेश, अनामिका सिंह, डौली कुमारी और करिश्मा को नियुक्ति के पश्चात जनपद प्रयागराज से आधारभूत प्रशिक्षण आरटीसी जनपद वाराणसी भेजा गया था, जहां चारों प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थी। बीती पांच जून को ये सभी समूह बनाकर बैरक में युवक द्वारा हाथ डाल कर छेड़खानी का प्रयास सहित अन्य आरोप लगाते हुए पुलिस लाइन्स के मुख्य द्वार के बाहर सड़क पर आकर धरने पर बैठ गयी थीं।  प्रशिक्षु आरक्षियों ने कहा था कि उनका बाथरूम बैरक से दूर खुली जगह में है, जहां बाहरी युवक ताकझांक करते हैं। उनके नहाने के दौरान वीडियो बनाते हैं। प्रशिक्षु आरक्षियों ने मांग की थी कि उनकी बैरकों के इर्दगिर्द चहारदीवारी ऊंची बनवाई जाए। प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो और सुरक्षा के लिए महिला पुलिस की ड्यूटी लगाई जाए। भोजन की गुणवत्ता सही रहे और अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान सब कुछ सही बताने का दबाव न बनाया जाए। पीने के पानी की व्यवस्था ठीक हो और बैरकों के पंखे सही कराने के साथ खिड़कियों में शीशे लगवाए जाएं। इस दौरान पुलिस लाइन चौराहा से पांडेयपुर मार्ग पर आधा घंटा आवागमन बाधित रहा। इनकी अनुशासनहीनता की जानकारी होने पर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया गया। 

समिति की जांच में छेड़खानी के प्रयास का आरोप सही नहीं पाया गया। साथी आरक्षियों को भड़काने में चारों रिक्रूट महिला आरक्षी दोषी पायी गईं। इन रिक्रूट महिला आरक्षियों द्वारा प्रशिक्षण अवधि के दौरान मात्र तीन-चार दिन के अन्दर ही अत्यंत साधारण समस्याओं व सुनी-सुनायी बातों, अफवाहों के कारण प्रशिक्षण के सामान्य नियमों का उल्लंघन करते हुये सड़क जाम करने जैसी अनुशासनहीन की गई। इसलिये इन चारों रिक्रूट महिला आरक्षियों को दोषी पाये जाने पर पदच्युत की कार्रवाई की जा रही है। 

इन महिला रिक्रूट आरक्षियों को उनके विरुद्ध हुए कार्रवाई की जानकारी दे दी गई है। वहीं रिक्रूट आरक्षियों को पुलिस लाइन से अधिकारियों की देख-रेख में इनके अभिभावकों को बुलाकर ले जाने के लिए इन्हें सुपुर्द किया गया है। इसकी सूचना वाराणसी पुलिस लाइन से पुलिस महानिदेशक कार्यालय को दे दी गई है।