नई तकनीकी से किया जा रहा है सड़कों का निर्माण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन में उप्र में नई तकनीकी से सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। लोनिवि के विभागाध्यक्ष के मुताबिक इस तकनीकी के उपयोग से लागत एवं सामग्री की खफत में 20-25 प्रतिशत सामग्री की कमी आती है तथा पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन को भी बढ़ावा मिलता है। नई तकनीक के उपयोग से पारम्परिक तकनीक के सापेक्ष कार्बन डाई आक्साइड के उत्सर्जन में कमी आयी है और मार्ग निर्माण में समय की बचत भी हो रही है। उप्र में सड़क निर्माण की महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं। इस तकनीक के प्रयोग से प्रदेश के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ-साथ  सड़कों के निर्माण की गति में भी बढ़ोत्तरी हो रही है।

गौरतलब है कि नई तकनीक हेतु लखनऊ में कान्फ्रेंस हुई थी। मार्ग निर्माण में नवीनतम मशीनों का प्रयोग बड़े पैमाने पर करने का आह्वान किया गया, जिसमें देश के प्रतिष्ठित संस्थान जैसे आईआईटी-कानपुर, दिल्ली, खड़गपुर, मुम्बई, रूड़की, वाराणसी, केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के निदेशक, मुख्य वैज्ञानिक, वरिष्ठ प्रमुख वैज्ञानिक, तथा नीदरलैण्ड, जर्मनी एवं ब्रिटेन के विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उ0प्र0 सड़कों के निर्माण में नई तकनीक का प्रयोग करने में अग्रणी रहा और अन्य प्रदेशों द्वारा लोनिवि उप्र का अनुकरण किया जा रहा है।