पांच वर्ष में 100 लाख करोड़ रु0 के निवेश का लक्ष्य: प्रधानमंत्री

लखनऊ: भारत के प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने आगामी 5 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था को पाँच ट्रिलियन डॉलर की ओर ले जाने वाले शुक्रवार को संसद में पेश बजट का उल्लेख करते हुए कहा कि एक राष्ट्र के तौर पर हमारे सामूहिक प्रयास हमें पांच वर्ष में पांच ट्रिलियन डॉलर के आर्थिक पड़ाव तक जरूर पहुंचाएंगे। हमारे पास कोयला, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और जल ऊर्जा मौजूद है। इनसे आधुनिक तकनीक के उपयोग से हम बिजली उत्पादन की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इस बार बजट में कचरे से ऊर्जा पैदा करने के अभियान को मजबूती देने के लिए भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि देश बड़े संकल्पों और बड़े लक्ष्य की प्राप्ति से ही आगे बढ़ता है। इच्छा शक्ति चाहिए कि जो ठान लिया, वो ठान लिया। फिर उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए खुद को समर्पित कर देना चाहिए। 
प्रधानमंत्री  आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे के दौरान डाॅ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयन्ती के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा कल बजट प्रस्तुत किया गया। इस बजट से सभी को हमारी मंशा स्पष्ट हो गई होगी। हमारा देश तो पहले भी चला और आगे भी बढ़ा, लेकिन अब न्यू इण्डिया दौड़ने को बेताब है। इसी को लेकर हमारी तैयारी है। 
प्रधानमंत्री   ने कहा कि पांच ट्रिलियन डाॅलर इकोनाॅमी को देश कैसे पा सकता है इसकी दिशा हमने दिखाई है। उन्होंने पाँच ट्रिलियन डॉलर की भारतीय अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि आखिर फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य का मतलब क्या है, एक आम भारतीय की जिंदगी का इससे क्या लेना-देना है। यह आपके लिए, सबके लिए जानना बहुत जरूरी है। अंग्रेजी में एक कहावत होती है कि साइज ऑफ केक मैटर्स यानि जितना बड़ा केक होगा उसका उतना ही बड़ा हिस्सा लोगों को मिलेगा। इसी कारण हमने भारत की अर्थव्यवस्था को फाइव ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने पर जोर दिया है। इसमें बात होगी हौसले की, नई सम्भावनाओं की, विकास के यज्ञ की, मां भारती की सेवा की और न्यू इण्डिया के सपने की। उन्होंने कहा कि सपने बहुत हद तक फाइव ट्रिलियन डाॅलर इकॉनमी के लक्ष्य से जुड़े हुए हैं। 
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज जितने भी विकसित देश हैं, उनमें ज्यादातर के इतिहास को देखें, तो एक समय में वहां भी प्रति व्यक्ति आय बहुत ज्यादा नहीं होती थी। लेकिन इन देशों के इतिहास में, एक दौर ऐसा आया, जब कुछ ही समय में प्रति व्यक्ति आय ने जबरदस्त छलांग लगाई। यही वह समय था, जब वे देश विकासशील से विकसित यानि डेवलपिंग से डेवलप्ड की श्रेणी में आ गए। जब किसी भी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो वहां खरीद की क्षमता बढ़ाती है। खरीद की क्षमता बढ़ती है तो डिमांड बढ़ती है। डिमाण्ड बढ़ती है तो सामान का उत्पादन बढ़ता है, सेवा का विस्तार होता है। इसी क्रम में रोजगार के नए अवसर बनते हैं। प्रति व्यक्ति आय में यही वृद्धि, उस परिवार की बचत या सेविंग को भी बढ़ाती है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पांच-छह वर्ष पहले जब उत्तराखण्ड में तबाही आयी थी, तो क्या स्थिति थी। तब कहा जाता था कि केदारनाथ में अब यात्री नहीं आ पाएंगे, लेकिन अब पहले से ज्यादा यात्री वहां दर्शन के लिए जा रहे हैं। इस देश की ताकत को कम आंकना गलत है। जनता की ताकत असंभव को संभव बना सकती है। एक समय था जब देश अनाज के संकट से जूझ रहा था। हमको विदेशों से अनाज मंगवाना पड़ता था। उसी दौर में शास्त्री जी ने जय जवान-जय किसान का आह्वान किया और देश के किसानों ने अनाज के भण्डार भर दिए। 
प्रधानमंत्री  ने कहा कि आखिर क्यों हमारा देश बाहर से, खाने वाला तेल मंगवाए। अगर देश का किसान ठान ले, अपनी जमीन के दसवें हिस्से को भी तिलहन के लिए समर्पित कर दे, तो तेल आयात में बहुत बड़ा फर्क आ जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले क्या किसी व्यक्ति ने सोचा था कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत का स्थान 142 से 77 हो जाएगा। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को लेकर भी हमने लक्ष्यों को प्राप्त करके दिखाया। 
प्रधानमंत्री   ने कहा कि पांच वर्ष में हमारी सरकार ने डेढ़ करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर दिए हैं। अगर पहले की सरकारों के समय वाली रफ्तार रहती, तो एक-दो पीढ़ी और इन घरों को बनाने में निकल जाती, लेकिन हमने दिखाया है कि तेज गति से काम कैसे किया जाता है। उन्होंने कहा कि बिजली से चलने वाली गाड़ियां बनाने, खरीदने और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वालों को टैक्स में छूट दी गई है। सस्ते घरों के लिए मिडिल क्लास जो होम लोन लेता है, उसके ब्याज पर इनकम टैक्स की छूट में डेढ़ लाख रुपए की वृद्धि की गई है। यानी अब होम लोन के ब्याज पर साढ़े तीन लाख रुपए तक की छूट मिल पाएगी। 
प्रधानमंत्री   ने कहा कि वर्ष 2022 तक हर गरीब बेघर के सिर पर पक्की छत हो इसके लिए सिर्फ गांव में ही लगभग दो करोड़ घरों का निर्माण किया जाएगा। अर्थव्यवस्था में गति तब तक सम्भव नहीं, जब तक इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत न हो। हाईवेज, रेलवेज, एयरवेज, वॉटरवेज, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, गांव में ब्रॉड बैण्ड की सुविधा इन सभी में आने वाले पांच वर्ष में सौ लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। आने वाले कुछ वर्षों में गांवों में सवा लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम 21वीं सदी की सभी बड़ी आवश्यकताओं के अनुसार पूरे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं। अब गांव में उपज के भण्डारण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर शहरों में आधुनिक सुविधाओं के निर्माण सहित हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। 
प्रधानमंत्री   ने कहा कि स्वच्छता का सम्बन्ध स्वास्थ्य से तो है ही सुन्दरता से भी है। यहां काशी में भी स्वच्छता और सुन्दरता का लाभ हम सभी को देखने को मिल रहा है। अब गंगा घाट से लेकर सड़कों और गलियों तक में साफ-सफाई के कारण यहां आने वाले पर्यटक अब बेहतर अनुभव कर रहे हैं। स्वस्थ भारत के लिए आयुष्मान भारत योजना भी बहुत सहायक सिद्ध हो रही है। देश के करीब 50 करोड़ गरीबों के लिए हर वर्ष पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज सुनिश्चित हो रहा है। अब तक लगभग 32 लाख गरीब मरीजों को इसका लाभ मिल चुका है। पांच ट्रिलियन डॉलर के सफर को आसान बनाने के लिए हम स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, सुन्दर भारत बनाने पर भी फोकस कर रहे हैं। बीते वर्षों में स्वच्छता के लिए देश के हर नागरिक ने जो योगदान दिया है, उससे स्वस्थ भारत बनाने की हमारी कोशिश को बल मिला है।
प्रधानमंत्री   ने कहा कि देश के हर घर को पानी मिल सके इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय तो हम बना ही चुके हैं, साथ ही जल शक्ति अभियान भी शुरू किया गया है। इस अभियान का बहुत बड़ा लाभ हमारी माताओं-बहनों को मिलेगा, जो पानी के लिए अनेक कष्ट उठाती हैं। जल संरक्षण और जल संचयन के लिए पूरे देश को एकजुट होकर खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। हमारे सामने पानी की फ़िजूलखर्ची और बर्बादी बहुत बड़ी समस्या है। लिहाजा घर के उपयोग में या सिंचाई में पानी की बर्बादी को रोकना आवश्यक है। उन्होंने रेंटल हाउसिंग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। 
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की 130 करोड़ जनता के सम्मान को आगे बढ़ाया। काशी को वैश्विक मंच पर स्थापित किया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी सबसे प्राचीन एवं आध्यात्मिक नगरी होने के साथ-साथ प्रधानमंत्री जी का संसदीय क्षेत्र भी है। आज काशी में विकास कार्य दिखाई देने लगे हैं।
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल   राम नाईक जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  , केन्द्रीय मंत्री   महेन्द्र नाथ पाण्डेय, सांसद   जे0पी0 नड्डा, खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री   अनिल राजभर, सूचना राज्यमंत्री डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी, विधायकगण, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री अपराजिता सोनकर, महापौर सुश्री मृदुला जायसवाल आदि ने प्रधानमंत्री   का स्वागत किया।
इससे पहले, प्रधानमंत्री   नरेन्द्र मोदी जी ने बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री   लाल बहादुर शास्त्री की आदम कद मूर्ति का अनावरण करने के पश्चात उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , केन्द्रीय मंत्री श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, सांसद  जेपी नड्डा, स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह सहित पूर्व प्रधानमंत्री  लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र  अनिल शास्त्री,  सुनील शास्त्री आदि मौजूद थे।