योगी सरकार की कन्या सुमंगला योजना का शुभारम्भ इसी माह
योगी सरकार की कन्या सुमंगला योजना का शुभारम्भ इसी माह

 

मुख्य सचिव ने आवश्यक तैयारियों के दिये निर्देश

 

लखनऊ,। योगी सरकार की महत्वाकांक्षी 'मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना' का शुभारम्भ अगस्त माह के अंतिम सप्ताह तक हो सकती है। मुख्य सचिव डाॅ. अनूप चन्द्र पाण्डेय ने इस संबंध में शनिवार को आवश्यक निर्देश जारी कर दिये। मुख्य सचिव आज लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में वीडियोकान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सूबे के सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों से वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को बताया कि अगस्त के अंतिम सप्ताह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कन्या सुमंगल योजना का शुभारम्भ किया जायेगा। शुभारम्भ कार्यक्रमों का आयोजन प्रदेश के हर जिला और विकास खण्ड मुख्यालयों पर भी आयोजित करने का उन्होंने निर्देश दिया। 

उन्होंने बताया कि जनपद मुख्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों की अध्यक्षता उस जिले के प्रभारी मंत्री करेंगे। वहीं विकास खण्डों में ब्लाॅक प्रमुख की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित होंगे। मुख्य सचिव ने उद्घाटन समारोहों में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करने का निर्देश दिया है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजनांतर्गत देय लाभ की सभी छह श्रेणियों के पात्र लाभार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण कराये जाने का भी निर्देश मुख्य सचिव ने दिया है। इसके अलावा विभिन्न शिक्षा बोर्डों यथा यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड, आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाओं में कक्षा 10 एवं 12 में प्रथम पाँच स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं को इस दौरान उत्तर प्रदेश महिला बाल सम्मान कोष से पुरस्कार धनराशि भी वितरित कराने को कहा गया है।

क्या है कन्या सुमंगला 

योगी सरकार द्वारा प्रारम्भ की जा रही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत बालिका के जन्म होने पर 2000 रुपये की धनराशि, बालिका के एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण के उपरांत 1000 रुपये की धनराशि, कक्षा प्रथम एवं कक्षा छह में प्रवेश के उपरांत 2-2 हजार रुपये की धनराशि तथा कक्षा 09 में बालिका के प्रवेश के उपरांत 3000 रुपये की एक मुश्त धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। योजनांतर्गत ऐसी बालिकायें जिन्होंने कक्षा बारहवीं उत्तीर्ण करके स्नातक डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम पूर्ण किया हो उन्हें पांच हजार रुपये की धनराशि उपलबध कराई जायेगी। कन्या सुमंगला योजनांतर्गत लाभार्थी की पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख रूपये होनी चाहिये। साथ ही किसी परिवार की अधिकतम दो बालिकाओं को ही इस योजना का लाभ मिल सकेगा।

मुख्य सचिव के अनुसार किसी भी महिला को द्वितीय प्रसव से जुड़वा बच्चे होने पर तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ अनुमन्य होगा। यदि किसी महिला को पहले प्रसव से बालिका है व द्वितीय प्रसव से दो जुड़वा बालिकायें ही होती हैं, तो केवल ऐसी अवस्था में ही तीनों बालिकाओं को योजना का लाभ अनुमन्य होगा। योजनांतर्गत यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो तो परिवार की जैविक संतानों तथा विधि रूप से गोद ली गई संतानों को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकायें योजना की लाभार्थी होंगी। उन्होंने कहा कि ऑफ लाइन आवेदन फार्म खण्ड विकास अधिकारी, एसडीएम, जिला परिवीक्षा अधिकारी, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी कार्यालय अथवा कन्या सुमंगला पोर्टल की विभागीय वेबसाइट पर निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। 

योजना की विभिन्न श्रेणियों में लाभ प्राप्त करने के लिए पृथक रूप से आवेदन किया जायेगा। मुख्य सचिव ने कहा कि लाभार्थी पात्र होने पर किसी भी श्रेणी में सीधे आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आवेदन स्वीकृत करने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय स्वीकृति एवं अनुश्रवण समिति का गठन किया गया है। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी, उपाध्यक्ष एवं मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व या प्रशासन, जिला विद्यालय निरीक्षक तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सदस्य व जिला परिवीक्षा अधिकारी सदस्य सचिव होंगे।

 

नौ अगस्त के पौधरोपण कार्यक्रम की भी समीक्षा

वीडियोकान्फ्रेन्सिंग के दौरान मुख्य सचिव ने नौ अगस्त को प्रस्तावित विश्व रिकाॅर्ड बनाने हेतु 22 करोड़ पौधों का वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम का प्रारम्भ प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ कराकर प्रथम एक घण्टे अर्थात 10 बजे तक 05 करोड़ पौधे रोपित करने की सूचना उपलब्ध करा दी जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये हैं कि नौ अगस्त को आयोजित वृक्षारोण कार्यक्रम में जनपदों हेतु नामित नोडल वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी सम्बंधित जनपदों में भाग लेंगे।  इसके अलावा मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एवं एक जनपद एक उत्पाद योजनांतर्गत कार्यों में और अधिक गति ला कर अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को लाभांवित कराने के निर्देश दिये हैं। 

वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास, मोनिका एस गर्ग, प्रमुख सचिव वन कल्पना अवस्थी, प्रमुख सचिव सूक्ष्म एवं लघु उद्योग नवनीत सहगल एवं प्रमुख सचिव, कृषि अमित मोहन प्रसाद सहित सम्बंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।