वर्षा थमते ही उमड़ने लगे पुस्तक प्रेमी, कुछ स्टालों पर 90 प्रतिशत तक छूट

नेशनल बुक फेयर को तीन दिन बढ़ाने की कोशिशें
लखनऊ, । राणाप्रताप मार्ग मोतीमहल वाटिका लान में 20 सितम्बर से जारी राष्ट्रीय पुस्तक मेले को तीन दिन आगे बढ़ाने की कोशिश हो रही है। सब कुछ सकारात्मक रहा तो बापू की ड़ेढ़ सौंवी जयंती को समर्पित मेला यहां गांधी जयंती तक जारी रहेगा। पुस्तक मेले का आज आठवां दिन था। रोज सुबह 11 से रात नौ बजे तक चलने और निःशुल्क प्रवेश वाले इस मेले में आज जैसे ही दोपहर बाद वर्षा थमी स्टालो पर पुस्तक प्रेमियों का उमड़ना शुरू हो गया। मेले के संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग और पुस्तक प्रेमियों व प्रकाशकों की मांग को देखते हुए वर्षा से बाधित हुए पुस्तक मेले को तीन दिन आगे बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं। कल तक स्थिति साफ हो सकती है। मोती महल लान में आज भरे पानी को निकालने के लिये चार हैवी ड्यूटी मोटरें लगाकर पानी निकाला गया। मेले के स्टालों पर आज इंश्योरेंस कम्पनी के प्रतिनिधि प्रकाशकांे के वर्षा से हुए नुकसान का जायजा लेते हुये भी देखे गये। मेले में सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधीन प्रकाशन विभाग का स्टाल सजा हैं। जहां प्रमुख व्यक्तित्वों के संग इतिहास व संस्कृति की बहुत सी किताबें हैं। इनमें सन 2004 से पुरानी पुस्तकों पर 90 प्रतिशत, 2009 तक की पुस्तकों पर 60 प्रतिशत और 2014 तक प्रकाशित किताबों पर 50 प्रतिशत की छूट मिल रही है। प्रभात प्रकाशन के स्टाल पर 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। मेले में आमतौर सभी पुस्तकोंपर न्यूनतक 10 प्रतिशत की छूट है।
बारिश को देखते हुए आज बाल-युवा मंच की सभी गतिविधियां व मुख्य मंच पर दिन के कार्यक्रम स्थगित रहे। शाम को रेवान्त की ओर से यहां एक शाम कविता के नाम का आयोजन प्रारम्भ हुआ तो शृंगार रस, वीर रस और विविध मनोभावों मे रची बची काव्य रचनाएं गूंजने लगीं। यहां कुसुम वर्मा, सारिका, प्रियंका, चन्द्रशेखर वर्मा, इरशाद राही, रुबीना, विनीता, अनूपकुमार व संयोजन अनीता श्रीवास्तव ने रचनायें पढ़ी। इसी क्रम में राजेश मेहरोत्रा राज के लिखे नाटक 'अस्तित्व' का उन्हीं के निर्देशन में मंचन किया गया। पति-पत्नी के सम्बंधों और जिन्दगी की जद्दोजहद को रेखांकित करते इस नाटक में राजेश के साथ पत्नी का किरदार सशक्त अभिनेत्री अर्चना शुक्ला ने निभाया।