ईट राइट अभियान में उत्तर प्रदेश का सर्वोच्च स्थान

 


साफ-सुथरी छवि की अफसर ने ईट राइट अभियान में उत्तर प्रदेश का सर्वोच्च स्थान के पावदान पर ला दिया 
शासन स्तर से इसमें इंटरएक्टिव सेशन के लिए स्टैंडर्ड टॉकिग पॉइंट बनाए गए


प्रत्येक सप्ताह एक असेम्बली ईट राइट, ईट सेफ, ईट सस्टेनेबिली के बिन्दुओं पर की जाये


लखनऊ। आईएएस अपर मुख्य सचिव, डा. अनिता भटनागर जैन की योगी सरकार में साफ-सुथरी छवि वालो अफसरों में एक है। भाजपा सरकार बनने के बाद अपनी सरकार में साफ-सुथरी छवि के अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है, उसमें एक आईएएस अफसर अनिता भटनागर जैन भी है। योगी सरकार के आजमाने के बाद अपने कार्यो के कसौटी पर खरी उतरी हैं। इसी लिए योगी ने डा. अनिता भटनागर जैन पर भरोसाा भी जताया। अनिता भटनागर जैन ने सभी विभागों के कामकाज को समझा, उन्होंनें कार्ययोजना का प्रजेंटेशन देखा उनको समयसीमा के अंदर पूरा करने पर जोर दिया।
ज्ञात हो कि गत महीने डा. अनिता भटनागर जैन ने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने पेशेवर रक्तदाताओं पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए औषधि व कॉस्मेटिक्स अधिनियम में रक्तदाताओं के विवरण में आधार नंबर और फोटो आईडी को जरूरी करने की मांग की थी। इस सिलसिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की अपर मुख्य सचिव डा. अनिता भटनागर जैन ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव व केन्द्रीय औषधि नियंत्रक को पत्र भेजा है। हाल ही में अपर मुख्य सचिव ने कई ब्लड बैंकों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण से ब्लड बैंकों पर प्रतिबंध भी लगा है। 
 प्रदेश में खाद सुरक्षा औषधि प्रशासन विभाग द्बारा ईट राइट, ईट सेफ, ईट सस्टेनेबली के संबंध में नवंबर माह में 1० दिवसीय विशिष्ट अभियान चलाया गया। आज डॉ. अनिता भटनागर जैन, अपर मुख्य सचिव, खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन विभाग ने संवााददाता सम्मेलन कहा कि ईट राइट अभियान में उत्तर प्रदेश में सर्वोच्च स्थान रहा है। इस अभियान की सफलता हेतु व दूरगामी प्रभाव हेतु शासन स्तर से इसमें इंटरएक्टिव सेशन के लिए स्टैंडर्ड टॉकिग पॉइंट बनाए गए। इन टॉकिग पॉइंट में एफएसएआई द्बारा निर्मित लघु फिल्म भी अलग-अलग स्थानों पर सम्मिलित की गई। इन लघु फिल्मों में फिल्म अभिनेता राजकुमार राव, अभिनेत्री साक्षी तंवर व प्रख्यात क्रिकेटर विराट कोहली हैं। स्टैण्डर्डाइज करने के फल स्वरुप सभी स्थानों पर विद्यार्थियों को जागरूक करने में एकरूपता हुई व विभाग के सभी अभिहित अधिकारियों व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने स्वयं विद्यार्थियों को संबोधित किया। कार्यक्रम की यह भी विशेषता रही कि इसमें सम्बन्धित विद्यार्थियों हेतु 3 प्रतिज्ञायें लेने के लिये सम्मिलित की गयी:-
 थोड़ा कम नमक, तेल, चीनी लेने की, केवल उतना खाना लेने कि जितना खाया जा सके और वेस्ट न हो, ग्लास में केवल उतना पानी लें जितना पानी पिया जा सके और व्यर्थ न किया जाय,े आदि बातों को छात्र-छात्राओं को प्रतिज्ञायें लेने पर जोेर दिया। 
दूरगामी प्रभाव हेतु यह भी सुनिश्ििचत किया गया कि जिन विद्यालयों में यह कार्यक्रम आयोजित किये गये उनमें प्रत्येक सप्ताह एक असेम्बली ईट राइट, ईट सेफ, ईट सस्टेनेबिली के बिन्दुओं पर की जाये। 
 इस अभियान में 2537347 विद्यार्थियों को जागरूक किया गया, जिसमें 1348103 (53 फीसदी) छात्र व 1189540(47 फीसदी) छात्राएँ सम्मिलित थीं। एफ.एस.एस.ए.आई. के अनुसार उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसमें इस प्रकार का विशिष्ट अभियान चलाया गया तथा जिसमें प्रदेश की उपलब्धि के आँकड़े देश में सर्वाधिक है। अन्य राज्यों में विभिन्न कार्यक्रमों को सम्मिलित करते हुये उत्तर प्रदेश सहित संख्या 12 लाख है, जबकि उत्तर प्रदेश में केवल ईट राइट में ही उपलब्धता 2537347 है।
 कार्यक्रम की शासन स्तर पर जनपदवार दैनिक समीक्षा की गयी और जिलाधिकारियों, अभिहित अधिकारियों व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के सम्मिलित प्रयासों के फलस्वरुप यह विशिष्ट उपलब्धता सम्भव हो पायी। इस अभियान के अन्तर्गत प्रथम 10 जनपदों को प्रशंसा पत्र प्रदान किये गये, जो निम्नवत हैं-
1.वाराणसी 2. कुशीनगर 3. हरदोई 4. मुजफ्फरनगर 5. जौनपुर 6. आजमगढ 7. हापुड़ 8. आगरा 9. बुलन्दशहर 10. गोरखपुर। 
 एफ.एस.एस.ए.आई. द्बारा उत्तर प्रदेश में चलाये गये इस महत्वपूर्ण प्रयास की अतुलनीय उपलब्धता के लिये राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला में अनुभव साझा करने के लिये अपर मुख्य सचिव, खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश को 28 नवम्बर को निमंत्रित किया गया है। इस अभियान के तहत बालिकाओं के विद्यालयों को अवश्य सम्मिलित करने हेतु भी निर्देश दिये गये थे।