मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं को लेकर सचल दस्तों का गठन
नकलविहीन परीक्षाओं के लिए ​निरीक्षण करती रहेंगी टीमें

परिषद स्तर पर चेयरमैने की मंजूरी से होगा गठन

जनपद स्तर पर जिलाधिकारी गठित करेंगे सचल दल

बालिकाओं की तलाशी नहीं लेंगे पुरुष सदस्य

 

लखनऊ, । प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षाओं को नकलविहीन कराने के लिए परीक्षा केन्द्रों के सघन निरीक्षण और प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए नीति बनाई है। परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए निदेशालय, जनपद, विद्यालय तथा परिषद के स्तर पर सचल दस्तों का गठन किया जायेगा।

इस सम्बन्ध में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव मनोज सिंह ने निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण, रजिस्ट्रार, उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद तथा सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। उन्होंने शुक्रवार को बताया कि मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा सेकेन्डरी (मुंशी-मौलवी), सीनियर सेकेन्डरी (आलिम), कामिल तथा फाजिल की परीक्षाओं को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिए सचल दल और आंतरिक निरीक्षक दस्ते जिला प्रशासन के सहयोग से गठित किये जायेंगे।

प्रमुख सचिव के अनुसार निरीक्षण दस्ते का स्वरूप इस प्रकार होगा। परीक्षा केन्द्र-विद्यालय स्तर पर आन्तरिक निरीक्षण दस्ते का गठन केन्द्र व्यवस्थापक द्वारा किया जायेगा। आन्तरिक निरीक्षण दस्ते में तीन सदस्य होंगे। जनपद स्तर पर सचल दल का गठन जिलाधिकारी करेंगे। प्रत्येक सचल दल जनपद स्तरीय अधिकारियों (जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी तथा जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी) के नेतृत्व में गठित होगा, जिसमें चार सदस्य और रखे जायेंगे। इन सदस्यों में निरीक्षक-सहायक अध्यापक संवर्ग के कर्मचारी होंगे। 

परिषद स्तर पर सचल दल परिषद के चेयरमैन के अनुमोदन से रजिस्ट्रार के नेतृत्व में गठित किया जायेगा, जो परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण करके परीक्षा संचालन में आने वाली समस्याओं और कठिनाईयों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। इसी प्रकार अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय में तैनात संयुक्त निदेशकों एवं सहायक निदेशक के नेतृत्व में निदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा सचल दस्ता गठित किया जायेगा, जो प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण करके परीक्षा की गुणवत्ता व शुचिता का निरीक्षण करेंगे और रिपोर्ट निदेशक के माध्यम से परिषद को प्रेषित करेंगे।

श्री सिंह ने बताया कि औचक निरीक्षण के लिए सचल दल में यथासम्भव महिला निरीक्षिकाओं की व्यवस्था की जायेगी। बालिकाओं के लिए निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर महिला कक्ष निरीक्षकों को तैनात किया जायेगा। किसी भी दशा में सचल/निरीक्षण दल के पुरूष सदस्यों द्वारा बालिका परीक्षार्थियों की तलाशी नहीं ली जायेगी। बालिका परीक्षार्थियों की तलाशी सचल दल की महिला सदस्यों द्वारा ही ली जा सकेगी।  प्रमुख सचिव ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर प्रश्न पत्रों की सुरक्षा व्यवस्था करने के लिए कम से कम दो सशस्त्र गार्ड की भी तैनाती की जायेगी।