24 घंटे में सरकारी व निजी साधनों तथा पैदल लगभग 1000 मजदूर बहराइच पहुंचे हैं

24 घंटे में सरकारी व निजी साधनों तथा पैदल लगभग 1000 मजदूर बहराइच पहुंचे हैं


मजबूरी में मजदूरों को इसका भारी भरकम किराया चुकाना पड़ रहा है


साधन न मिलने से मजदूर इधर-उधर भटकते रहे।









 बहराइच। कोरोना महामारी के कारण देश में 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन होने से मजदूरों के सामने बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। रोजी-रोटी बंद हो जाने के कारण गैर प्रांतों को गए मजदूर अपने गांव के लिए निकल पड़े हैं। विभिन्न प्रांतों से अब तक लाखों मजदूर बहराइच पहुंच चुके हैं जिनमें से कई मजदूरों में कोरोना की पुष्टि हुई है। पिछले 24 घंटे में लगभग 1000 मजदूर सरकारी व प्राइवेट साधन तथा पैदल ही जिले में पहुंचे हैं। शहर में पहुंचने के बाद मजदूरों को साधन नहीं मिल पा रहा है, जिससे यह लोग इधर-उधर भटकते रहते हैं। कुछ मजदूर अपने घरों को फोन कर परिवार के सदस्यों को बुला लेते हैं वे तो आसानी से घर पहुंच जाते हैं। जिनके घर से कोई नहीं आ पाता है वह या तो पैदल घर जाते हैं या फिर टेम्पो या ई रिक्शा बुक करा कर अपने घरों के लिए रवाना होते हैं। मजबूरी में मजदूरों को इसका भारी भरकम किराया चुकाना पड़ रहा है।

लॉकडाउन में कमाई बंद होने के कारण गैर प्रांतों से मजदूरों का जिले में पहुंचना लगातार जारी है। पिछले 24 घंटे में सरकारी व निजी साधनों तथा पैदल लगभग 1000 मजदूर बहराइच पहुंचे हैं। यहां पहुंचने के बाद अपने गंतव्य तक जाने के लिए साधन न मिलने से मजदूर इधर-उधर भटकते रहे। यदि कोई मजदूर चलने में सक्षम नहीं है, तो टेम्पो तथा ई रिक्शा चालक उससे मनमाना पैसा वसूलते हैं।