पालघर और नांदेड़ में निर्दोष संतों की हत्या की जांच उद्धव सरकार कराने से कतरा रही है:कुलदीप तिवारी

पालघर के बाद अब नांदेड़, महाराष्ट्र में साधु और उनके सेवादार की हत्या पर हुई तीखी चर्चा


लखनऊ । जन उद्घोष सेवा संस्थान के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप तिवारी के द्वारा आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से  ऑनलाईन चर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें कई प्रदेशों से लोगों ने हिस्सा लिया। चर्चा का मुख्य विषय कल महाराष्ट्र नांदेड़ में सेवादार सहित हत्या किए गए सन्त व कुछ समय पूर्व ही महाराष्ट्र के ही पालघर में निर्दोष संतों की पीट-पीट कर क्रूरतम हत्या और उसके पीछे का षड्यंत्र रहा। 
        चर्चा में इस बात पर चिंता व्यक्त की गयी कि देश के अलग-अलग हिस्सों में पहले भी ऐसी अनेकों घटनाएं घटित होती रही हैं। परंतु कार्यवाही और जांच के नाम पर हर बार सिर्फ खानापूर्ति ही देखने को मिलती है। मीडिया, नेता या स्थानीय लोगों द्वारा एक दो दिन तक हो -हल्ला भी होता है, परन्तु अंत में देश को इस बात की भनक भी नहीं लग पाती कि उक्त घटना पर वास्तविक रूप से क्या कार्यवाही हुई। अध्यक्ष श्री तिवारी  ने बताया कि पूर्व में घटित पालघर की घटना पर जन उद्घोष सेवा संस्थान ने NIA से जांच की मांग की थी। इस सम्बंध में हमारे द्वारा अनेकों प्रयास किये गए, यहाँ तक कि न्यायालय द्वारा महाराष्ट्र सरकार को CBI जांच के लिए निर्देशित भी किया गया . परंतु महाराष्ट्र सरकार का रवैया निराशा जनक ही रहा। जिसका नतीजा यह है कि हत्याओं के सिलसिला कम नहीं हो रहा। जांच में महाराष्ट्र सरकार, उसके सहयोगी एवं स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध ही नहीं बल्कि प्रत्यक्ष संलिप्तता दिखाई पड़ रही है और इसी के कारण उद्धव सरकार जांच कराने से कतरा रही है।
        चर्चा में यह विषय भी उठा कि उक्त घटनाओं के पीछे हिंदुओं का ईसाइयों और मुस्लिमों द्वारा कराया जा रहा धर्म परिवर्तन और हिन्दू धर्म के दमन का षड्यंत्र काम कर रहा है। भारत में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जिससे कि हिंदुओं को अपने ही राष्ट्र में भय के माहौल में जीना पड़ रहा है। ऑनलाइन चर्चा में  दिल्ली से जुड़े सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता  हरिशंकर जैन ने कहा हिन्दू मंदिरों और ट्रस्ट के पैसे पर राजनीतिक पार्टियों की जो नजर है वह गलत है। हिंदुओं द्वारा मंदिरों में दिए गए दान का पैसा हिंदू धर्म और सनातन धर्म के हित के लिए ही खर्च होना चाहिए और इसके लिए  हमारा संगठन जन उद्घोष करेगा। साथ ही covid-19 से बचने के उपाय, सावधानियों, और सामाजिक दूरी के लिए जनता को जागरूक करने पर भी विचार और प्रतिबद्धता व्यक्त की गयी।                      


 चर्चा में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन  के साथ उ.प्र. रिमोट सेंसिंग एंड एप्लीकेशन सेंटर के चैयरमैन ( राज्य मंत्री) सुधाकर त्रिपाठी, लखनऊ विश्वविद्यालय से सांख्यिकी विभाग की प्रो. शीला मिश्रा, उच्चतम न्यायालय लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं राष्ट्रीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी सहित अनेकों प्रतिष्ठित एवं प्रबुद्ध जनों ने भाग लिया। जन उद्घोष सेवा संस्थान के राष्ट्रीय महासचिव दीपक प्रकाश शुक्ल, उपाध्यक्ष, प्रभाकर शर्मा, संगठन सचिव प्रवीण कंचन, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अतुल मिश्र, मध्यप्रदेश संगठन मंत्री अमरेश शर्मा, ग्वालियर से कथावाचक पद्मनाभ दास , महाराष्ट्र से विनय मिश्र , अमित गुलाटी , कानपुर से श्रीमती पूनम द्विवेदी  एवं सत्यम , बीजेपी नेता सोनू यादव,  शिव शंकर शर्मा, त्रिनाथ कुमार शर्मा, कुलभूषण जौहरी सहित कई प्रदेशों से जन उद्घोष सेवा संस्थान के पदाधिकरियों ने भाग लिया।