‘‘कम जल से अधिक पैदावार’’ लेने की दिशा में जल उपभोक्ता समितियां वरदान साबित हो सकती हैं: वी.के. निरंजन        

जल उपभोक्ता समितियों को सक्षम व क्रियाशील बनाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता: वी.के. निरंजन    



‘‘कम जल से अधिक पैदावार’’ लेने की दिशा में जल उपभोक्ता समितियां वरदान साबित हो सकती हैं: वी.के. निरंजन        



लखनऊ । प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई विभाग वी.के.निरंजन ने आज वाल्मी परिसर स्थिति पैक्ट सभागार में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहभागी सिंचाई प्रबंधन (पिम) की समीक्षा की। श्री निरंजन ने पिम से संबंधित मुख्य अभियंताओं, अधिक्षण अभियंताओं सहित सभी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जल उपभोक्ता समितियों को सक्षम व क्रियाशील बनाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता ‘‘कम जल से अधिक पैदावार’’ लेने की दिशा में जल उपभोक्ता समितियां वरदान साबित हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि जल उपभोक्ता समितियों को कारगर बना कर सिंचाई जल प्रबंधन इनके हाथों सौंपना आवयश्क है।निरंजन ने 12सूत्री एजेंडा की बिंदुवार समीक्षा कर अधिकारियों को हिदायत दी कि वे जल उपभोक्ता समितियों के बैंक एकाउंट अधिकृत बैंकों में खुलवाकर सभी आवश्यक अभिलेखों सहित जल उपभोक्ता समितियों को सुव्यवस्थित कर नियमित बैठकें आयोजित करायें।  मुख्य अभियंता पैक्ट  वारिस रफी ने परियोजना जनपदों मंे जल उपभोक्ता समितियों के निर्वाचन, गठन प्रशिक्षण और अल्पिका रजवाहा प्रवंध हस्तांतरण की पूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम की विश्व बैंक दल द्वारा साप्ताहिक समीक्षा की जा रही है। वीडियो कान्फ्रेंसिंग मे बेतवा,शारदा सहायक एवं रामगंगा संगठनों के मुख्य, अधीक्षण व अधिशासी अभियंताओं सहित पिम विशेषज्ञ  कुलदीप श्रीवास्तव, प्रोक्योरमेंट विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र शरण, प्रशासक पैक्ट पी.के.सतसंगी उपस्थित रहे। वीडियो कान्फ्रेंसिंग का संचालन एवं प्रगति प्रस्तुतीकरण श्री राजेश शुक्ला अधिशासी अभियंता द्वारा किया गया।