योगी ने 9 लाख से ज्यादा श्रमिकों के खाते में 1000-1000 रुपए भेजे

योगी ने 9 लाख से ज्यादा श्रमिकों के खाते में 1000-1000 रुपए भेजे


 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  शुकवार को  9 लाख 8 हजार 855 श्रमिकों व कामगारों को  90 करोड़ 88 लाख रुपये ऑनलाइन हस्तांतरित किये। इसके तहत हर एक के खाते में 1000-1000 रुपये भेजे गए हैं। 

मुख्यमंत्री ने साथ ही  आपदा पूर्व चेतावनी तथा राहत प्रबन्धन के लिये वेब बेस्ड एप्लीकेशन्स-'इन्टीगे्रटेड अर्ली वाॄनग सिस्टम तथा 'ऑनलाइन बाढ़ कार्य योजना मॉड्यूल एवं 'आपदा प्रहरी एप का लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री  ने शुक्रवार को अपने आवास पर हुये इस कार्यक्रम में कहा कि  टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर हम बड़ी संख्या में जन- धन की हानि को रोक सकते हैं और इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को न केवल जागरूक कर सकते हैं बल्कि आकाशीय बिजली से उनकी जान बचाई जा सकती है।

सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण के तहत गरीबों को नवम्बर, 2020 तक नि:शुल्क खाद्यान्न देने की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने भी तीन महीने तक प्रत्येक लाभार्थी को नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का कार्य किया है। उन्होंने राजस्व विभाग की सराहना करते हुए कहा कि राजस्व विभाग ने स्किल मैभपग के माध्यम से प्रत्येक कामगार एवं श्रमिक को उसकी योग्यता के अनुरूप कार्य उपलब्ध कराने का डाटा तैयार किया है।

 उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से प्रत्येक लाभार्थी को 2,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। इसके अलावा, उज्ज्वला योजना के प्रत्येक लाभार्थी को नि:शुल्क गैस सिलेण्डर देने की व्यवस्था सितम्बर, 2020 तक कर दी गयी है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि पूरा देश प्रधानमंत्री  का आभारी है, जिन्होंने तकनीक का प्रयोग कर भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने का कार्य किया। मुख्यमंत्री  ने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। श्रमिकों/कामगारों ने अपने कार्यों से इसे साबित किया है। अब गांव व शहर विकास की प्रक्रिया से जुड़कर तरक्की की नई इबारत लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी श्रमिकों और कामगारों के वापस आने पर उन्हें राशन किट व उनके खाते में 1,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी गयी। अब तक 52 लाख से अधिक लोगों को 1,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। साथ ही, 19 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्हें दूसरी बार यह राशि उपलब्ध करायी गयी है।

मुख्यमंत्री  ने आपदा पूर्व चेतावनी तथा राहत प्रबन्धन हेतु तैयार वेब बेस्ड एप्लीकेशन्स का लोकार्पण करते हुए कहा कि तकनीक के माध्यम से आपदा से होने वाली जनहानि को रोका जा सकता है। 'इन्टीगे्रटेड अर्ली वाॄनग सिस्टम, 'आपदा प्रहरी एप, 'ऑनलाइन बाढ़ कार्य योजना मॉड्यूल तथा आपदाओं से बचाव हेतु जागरूकता अभियान कार्यक्रम के सम्बन्ध में राजस्व विभाग की उपलब्धि के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री  ने  बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव तथा फिरोजाबाद के लाभाॢथयों से वीडियो कॉन्फ्रेंङ्क्षसग के माध्यम से संवाद किया। लाभाॢथयों ने मुख्यमंत्री  को अवगत कराया कि उन्हें 15 दिन का राशन किट तथा 1,000 रुपये की धनराशि प्राप्त हुई है और राज्य सरकार की योजनाओं में कार्य भी मिला है। मौसम विभाग द्वारा सैटेलाइट की मदद से जारी की जाने वाली खराब मौसम एवं वज्रपात की पूर्व चेतावनियों को, आटोमैटिक एस0एम0एस0 अलर्ट एवं वॉइस मैसेज के माध्यम से लगभग 54 हजार ग्राम प्रधान, 24 हजार लेखपाल, 01 लाख 59 हजार आंगनवाड़ी वर्कर, 01 लाख 51 हजार आशा, 35 हजार पुलिसकॢमयों  को  प्रेषित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, कृषि  विभाग  द्वारा  संचालित  लगभग  1,100 व्हाट्सएप ग्रुप के  माध्यम  से 25 लाख से अधिक किसानों को भी मौसम की पूर्व चेतावनी प्रसारित की जाएगी। इस अर्ली वाॄनग सिस्टम से किसानों तथा आमजन को आने वाले खराब मौसम से बचाव करने में सहायता मिलेगी।

इस एप के माध्यम से पहली बार राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा आम जनमानस तथा किसानों से सीधे जुडऩे एवं संवाद स्थापित करने का प्रयास किया गया है। सिटीजन लॉग-इन के द्वारा किसान तथा आम नागरिक किसी भी आपदा के घटित होने की प्राथमिक सूचना तथा फोटोग्राफ्स 'आपदा प्रहरी एप पर दर्ज कर सरकार तक पहुंचा सकेंगे। 'ऑनलाइन बाढ़ कार्य योजना मॉड्यूलÓ में आवश्यक संसाधनों जैसे स्थापित बाढ़ चैकियाँ, बाढ़ शरणालय, आपदा नियंत्रण कक्ष, आदि का विवरण एकत्रित किया जा रहा है। इससे एक क्लिक पर जिले में बाढ़ से सम्बंधित समस्त जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस प्रणाली में राहत आयुक्त कार्यालय की वेबसाइट पर सिटीजन कार्नर के अंतर्गत एक नागरिक डैशबोर्ड भी उपलब्ध कराया गया है।