लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड प्रभावित लोगों को सुचारु तथा और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी जनपदों के जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिन में दो बार बैठक करें। सुबह की बैठक अस्पताल में हो, जबकि शाम की बैठक इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में की जाए। बैठक में सामने आने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित कराया जाए।
उन्होंने कहा है कि सभी कोविड चिकित्सालयों में तैनात चिकित्सक एवं स्टाफ नर्स वाॅर्ड में जाकर मरीजों का उपचार करें। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन 1.30 लाख कोविड टेस्ट करने पर संतोष व्यक्त किया और कहा है कि प्रदेश में टेस्टिंग तथा कोविड अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने हेतु अग्रिम रणनीति तैयार रहे। श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक कोविड-19 की टेस्टिंग करने वाला राज्य है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार तक 17 नई टेस्टिंग लैब स्थापित हो जाएंगी, जिससे प्रदेश की टेस्टिंग क्षमता और बढ़ जाएगी। उन्होंने लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर नगर, गोरखपुर आदि जनपदों में संक्रमितों की संख्या को देखते हुए विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा है कि इन जनपदों में संक्रमित लोगों की जीवन रक्षा के लिए विशेष प्रयास किए जाएं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक स्थलों पर कोई भी राजनैतिक, धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन न किया जाए। कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पालन हर हाल में सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा है कि किसी भी स्थान पर 5 से अधिक लोग एकत्र न हों। कहीं भीड़ न इकट्ठा होने पाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य प्रभावी ढंग से संचालित कराया जाए। बाढ़ पीड़ित को राशन किट का वितरण कराया जाए। उन्होंने पूरे प्रदेश में शनिवार और रविवार को स्वच्छता और सेनिटाइजेशन कार्यों को निरन्तर व प्रभावी ढंग से कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्वच्छता समितियों को बहाल करने के निर्देश भी दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन एवं सामुदायिक शौचालय बनाए जाने हैं। इस सम्बन्ध में मा0 सांसद एवं विधायकों के साथ प्रभावी कार्ययोजना बनाई जाए। पंचायत भवन में मिनी सचिवालय और सार्वजनिक कार्यक्रमों स्थान की व्यवस्था की जानी चाहिए। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत संचालित होने वाले कार्यक्रमों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा है कि इन्हें त्वरित और प्रभावी ढंग से संचालित कराया जाए। उन्होंने कहा है कि अन्य राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के भवनों में ओडीओपी के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाए। अयोध्या में बनने वाले राज्यों के अतिथि गृह में भी ओडीओपी के उत्पादों को प्रदर्शित करने की व्यवस्था की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में खाद की उपलब्धता एवं आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कालाबाजारी एवं जमाखोरी के सम्बंध में निरंतर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खाद की कालाबाजारी एवं जमाखोरी के सम्बंध में 9747 प्रतिष्ठानों पर छापा मारते हुए 3287 नमूने लिये गये। उन्होंने बताया कि 517 प्रतिष्ठानों को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए 623 लाइसेंस निलम्बित किये गये जबकि 22 लाइसेंस निरस्त कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि 666 प्रतिष्ठानों को चेतावनी देते हुए 35 दुकानों पर बिक्री प्रतिबंधित कर 17 प्रतिष्ठानों को सील किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि पिछले 48 घंटे में खाद की कालाबाजारी एवं जमाखोरी के खिलाफ 35 एफआईआर दर्ज करते हुए 06 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जमाखोरी, कालाबाजारी करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रही है। आवश्यकता पड़ने पर ऐसा करने वाले लोगों पर रासुका की भी कार्यवाही की जायेगी।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश कोविड-19 के संक्रमण एवं इलाज के सम्बंध में देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी 23 करोड़ 78 लाख है और इसके अन्दर कुल 01 लाख 87 हजार 781 पाॅजिटिव केस में 49 हजार 242 सक्रिय केस हैं, 01 लाख 35 हजार 613 उपचारित हुए हैं, 2926 लोगों की मृत्यु हुई है, कुल 45 लाख 51 हजार 619 टेस्ट हुए हैं। उत्तर प्रदेश में देश का न्यूनतम मृत्यु दर है। उन्होंने बताया कि दिल्ली की कुल आबादी 01 करोड़ 80 लाख हैै। उत्तर प्रदेश में पाॅजिटिव केस एवं मृत्यु दर दिल्ली की तुलना में काफी कम है। आज उत्तर प्रदेश न्यूनतम मृत्यु दर के साथ कोरोना की लड़ाई को लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि अमेरिका एवं ब्राजील, जैसे देशों में कोरोना मरीजों के एक्टिव केस दर एवं मृत्यु दर की तुलना में उत्तर प्रदेश की स्थिति काफी बेहतर है। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के 58,845 ग्राम पंचायतों में से 53,348 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अन्तर्गत कार्य कराये जा रहे हैं। इन कार्यों में 18,90,315 अकुशल श्रमिक कार्यरत हैं। अब तक मनरेगा के अन्तर्गत कुल 92,10,707 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। इन श्रमिकों को पारिश्रमिक के रूप में 2113.77 लाख रूपए की धनराशि जारी की जा चुकी है।
श्री अवस्थी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 1,98,800 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 1,32,11,412 वाहनांे की सघन चेकिंग में 69,154 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 67,34,13,509 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 4,31,958 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1,095 लोगों के खिलाफ 812 एफआईआर दर्ज करते हुए 391 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फेक न्यूज के अन्तर्गत अब तक 2331 मामलों में संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गयी है। प्रदेश के 14,453 कन्टेनमेंट जोन के 1180 थानान्तर्गत 13,45,194 मकानों के 78,46,527 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन कन्टेनमेंट जोन में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की संख्या 36,814 है। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग द्वारा प्रदेश के 33.90 लाख निराश्रित एवं नगरीय क्षेत्र तथा निर्माण कार्यों से जुड़े लोगों को 1000-1000 रूपए के आधार पर कुल 338.94 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है।
उन्होंने बताया कि कल उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 6164 बसों के माध्यम से 8.57 लाख लोगों ने यात्रा की। कल 1445 लोगों ने विदेशों से हवाई यात्रा के माध्यम से प्रदेश में आये हैं। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में अब तक का सर्वाधिक 1,30,445 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक 45,51,619 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटंे में कोरोना के 5423 नये मामले आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अगस्त माह में कोरोना मरीजों की पाॅजीटिविटी की दर 4.9 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 49,242 कोरोना के एक्टिव मामले हैं, जिसमें 23,942 मरीज होम आइसोलेशन, 2098 लोग प्राइवेट हास्पिटल में तथा 252 मरीज सेमी पेड फैसिलिटी में तथा इसके अतिरिक्त शेष कोरोना संक्रमित एल-1, एल-2, एल-3 के कोरोना अस्पतालों में है। उन्होंने बताया कि अब तक 74,100 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया, जिनमें से 50,158 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक 1,35,613 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में रिकवरी दर 72.21 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कल 2412 पूल की जांच की गयी, जिसमें 2139 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 273 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी। श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस की कार्यवाही के अन्तर्गत 2,72,206 सर्विलांस टीम द्वारा 1,87,02,271 घरों के 9,41,16,419 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 62,744 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर दिये गये है। इन कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से 6,72,275 से अधिक लक्षणात्मक लोग चिन्हित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप पर अलर्ट जनरेट होने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर अब तक 10 लाख लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में चल रहे स्वच्छता अभियान एवं एन्टी लार्वा छिड़काव व सेनेटाइजेशन के कार्य से वेक्टर जनित रोगों में पिछले वर्ष की तुलना में काफी गिरावट आई है। पिछले वर्ष 20 अगस्त तक एईएस के 816 मामले सामने आये थे, जिनमें 34 लोगों की मृत्यु हुई थी, जबकि वर्तमान वर्ष में इसी अवधि तक एईएस के 396 मामले सामने आए हैं, जिनमें 12 लोगों की मृत्यु हुई है। जापानी इंसेफ्लाइटिस से पिछले वर्ष 20 अगस्त तक 50 केस सामने आए थे, जबकि वर्तमान वर्ष में इसी अवधि में केवल 19 मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि जापानी इंसेफ्लाइटिस से पिछले वर्ष 20 अगस्त तक 04 लोगों की मृत्यु हुई थी, जबकि वर्तमान वर्ष में इस अवधि तक केवल 02 लोगों की मृत्यु हुई है। पिछले वर्ष 20 अगस्त तक मलेरिया के 15,101 केस सामने आये थे, जबकि वर्तमान वर्ष में इस अवधि में 4,687 केस व डेंगू के पिछले वर्ष के 135 केस के सापेक्ष वर्तमान वर्ष में 32 केस सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि डायरिया के केस में भी पिछले वर्ष की तुलना में काफी गिरावट आई है। श्री प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के इलाज के साथ-साथ नाॅन कोविड केयर पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निरंतर निर्देश हैं कि कोविड केयर के साथ-साथ नाॅन कोविड मरीजों को भी बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिलें। उन्होंने बताया कि 01 जून, 2019 से 22 अगस्त, 2019 के बीच प्रदेश में 46,071 मेजर सर्जरी व 81,391 माइनर सर्जरी की गयी थी, जबकि इसी अवधि में इस वर्ष 38,817 मेजर सर्जरी व 60,971 माइनर सर्जरी की गयी है। उन्होंने बताया कि गत शुक्रवार को 6133 प्रसूताओं की नार्मल डिलीवरी व 180 प्रसूताओं की सिजेरियन डिलीवरी कराई गई। इस प्रकार कुल 6313 डिलीवरी विभिन्न सरकारी चिकित्सालयों में कराई गई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इवनिंग वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिदिन 3 मण्डलों के अधिकारियों व एल-1, एल-2 के अस्पतालों में भर्ती मरीजों के साथ बातचीत की जाती है। उन्होंने बताया कि पिछले 04 दिनों में 12 मण्डलों के 60-70 अस्पतालों में वीडियो काॅन्फ्रेेंसिंग के माध्यम से बातचीत की गई।