गाँव वालों को हरिजन एक्ट के झूठे मामले में फंसा दिया_85 वर्षीय बुर्जुग को भी कर दिया नामजद : जो घटना हुई ही नही उसकी लिखा दी रिपोर्ट : ग्रामीणों में भारी रोष, दबंगो के खिलाफ

प्रशासन द्वारा सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाये जाने पर-


*गाँव वालों को हरिजन एक्ट के झूठे मामले में फंसा दिया*



  • _85 वर्षीय बुर्जुग को भी कर दिया नामजद : जो घटना हुई ही नही उसकी लिखा दी रिपोर्ट : ग्रामीणों में भारी रोष, दबंगो के खिलाफ कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी_


लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट हरिजन एक्ट के मामलो में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाये जाने और पहले मामले की जांच किए जाने के आए फैसले के बाद देश भर में मचे बवाल के उपरांत सरकार द्वारा अध्यादेश लाकर पूर्व की स्थिति बहाल कर दिए जाने से इस एक्ट के दुरूपयोग की खबरें फिर से आने लगी है। कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के चलते हरिजन एक्ट का दुरूपयोग करने से बाज नही आ रहे हैं, राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र काकोरी के ग्राम सरायं प्रेमराज की घटना इसका ताजा उदाहरण है।
सराय प्रेमराज व अमेठिया सलेमपुर गाँव के बीच चक रोड के निर्माण की मांग गाँव वालों द्वारा काफी लंबे समय से की जा रही थी परंतु चक रोड के निर्माण में गाँव के ही रामेश्वर गौतम, मो0 इमरान व दानिश आदि लगातार न केवल अड़ंगा डालते चले आ रहे थे बल्कि अवैध कब्जा कर ग्राम समाज की जमीन पर दीवाल भी खड़ी कर दी थी। सरायं प्रेमराज की प्रधान आशा मौर्या द्वारा 5 जून 2018 से चक रोड के निर्माण के लिए व ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ लगातार की जा रही लिखा-पढ़ी के चलते कई बार ग्राम समाज की जमीन का स्थलीय निरीक्षण हुआ तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा इस मामले में 7 जनवरी को उप जिलाधिकारी सदर को सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश दिए जाने के बाद 16 जनवरी को नायाब तहसीलदार एवं कानूनगो ने दोनो गाँवों के लेखपाल, ग्राम प्रधान के साथ गाँव वालों की मौजूदगी में चक रोड के निर्माण में बाधा बन रही अवैध दीवाल को हटवा दिया और चक रोड का निर्माण शुरू करवाने के साथ ही गाँव वालों से भी श्रमदान की अपील की जिसके बाद गाँव वाले भी चक रोड के निर्माण में जुट गए। राजस्व टीम के गाँव से जाने के बाद गाँव वालों को चक रोड का निर्माण न करने के लिए दबंग धमकाने लगे तथा अपनी अवैध दीवाल गिराये जाने का परिणाम भुगतने की धमकी दी।
ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे की मंशा पूरी न होने के चलते मो0 इमरान व दानिश आदि की शह पर साजिश के तहत रामेश्वर गौतम ने 23 जनवरी को थाना काकोरी में सरायं प्रेमराज की प्रधान आशा मौर्या के पति रघुवीर मौर्या व 85 वर्षीय बुर्जुग हाजी सलीम व उनके बेटों के साथ ही गाँव के 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट करने, फायर करने व हरिजन एक्ट की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी। रामेश्वर गौतम ने राजस्व टीम द्वारा 16 जून को अतिक्रमण हटाए जाने की घटना को 23 जून का बताते हुए अवैध दीवाल को गाँव वालों द्वारा गिराया जाना बताते हुए और दीवाल के अपनी जमीन पर होने का दावा किया।
प्रधानपति रघुवीर मौर्या व दर्जनों गाँव वालों ने आज प्रेस क्लब में पत्रकारों को उक्त मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दबंग मो0 इमरान की चक रोड के पास जमीन है और वह चक रोड की जमीन को भी अपनी जमीन में मिलाना चाहता है, इसी के चलते उसने ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा कर दीवाल उठवा दी थी। गाँव वालों के अनुसार पूर्व में काकोरी थाने की पुलिस भी इस अवैध निर्माण को रूकवा चुकी थी तथा पुलिस को पूरे प्रकरण एवं 16 जनवरी को राजस्व टीम द्वारा की गयी कार्यवाही की जानकारी थी फिर भी उसने गाँव वालों के खिलाफ हरिजन एक्ट व अन्य धाराओं के तहत रामेश्वर गौतम की फर्जी रिपोर्ट दर्ज कर ली जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।
प्रधान आशा मौर्या व उनके पति रघुवीर मौर्या ने दबंगों से अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा किए जाने तथा पूरे प्रकरण की किसी स्वतंत्र एजेंसी से जाँच कराए जाने की माँग की है। गाँव वालों ने कहा है कि यदि फर्जी रिपोर्ट को खारिज कर पुलिस-प्रशासन को गुमराह करने व गाँव वालों को धमकाने वाले दबंगों के खिलाफ कार्यवाही न की गयी तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जायेगा।