आईसीसीएमआरटी व जयपुर के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित
लखनऊः 7 फरवरी । कृषि विपणन को बढावा देकर किसानों की आमदनी बढाने तथा युवाओं को कृषि विपणन के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के उददेश्य से इंस्टीट्यूट आफ कोआपरेटिव एण्ड कार्पोरेट मैनेजमेन्ट रिसर्च एण्ड ट्रेनिंग (आईसीसीएमआरटी), लखनऊ एवं भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के अन्तर्गत संचालित चैधरी चरण सिंह नेशनल इंस्टीट्यूट आफ एग्रीकल्चरल मार्केटिंग । जयपुर के मध्य एक एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। और आईसीसीएमआरटी में मध्य एमओयू निष्पादन के फलस्वरूप राज्य में छप्।ड के सहयोग से कृषि विपणन से सम्बन्धित युवाओं एवं कार्मिक को लाभ होगा।

         यह जानकारी सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने दी है। उन्होने बताया कि आईसीसीएमआरटी व  के सहयोग से कृषि विपणन के क्षेत्र में कार्य करने उन्नतशील किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण करा सकेगा। साथ ही मण्डी कार्मिकों एवं मण्डी सचिवों को प्रबन्धन एवं कृषि निर्यात के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की फील्ड विजिट भी होगी। उन्होने बताया कि एमओयू के अन्तर्गत पश्चात् उक्त प्रशिक्षण पर होने वाला समस्त व्यय छप्।डद्वारा वहन किया जायेगा। एमओयू के अन्तर्गत दोनों संस्थानों के मध्य कृषि क्षेत्र एवं इससे जुड़े अन्य विभाग यथा मण्डी परिषद्, उद्यान, पशुपालन मत्सय रेशम, इत्यादि में पारस्परिक प्रशिक्षण, शोध, कन्सलटेन्सी, प्रलेख, शिक्षा इत्यादि को बढ़ावा मिलेगा। कृषि विपणन से सम्बन्धित होने वाली कठिनाइयों को दूर किये जाने में मदद मिलेगी एवं राज्य सरकार स्थानीय संभावित संसाधनों का उपयोग करके शिक्षित युवाओं के लिए स्वरोजगार उत्पन्न करने के नये आयाम विकसित होंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रतिभागियों को कृषि क्षेत्र से सम्बन्धित आधुनिक व्यवसाय के तरीके, मूल्य श्रखंला, मूल्य संवर्धन तथा अभी तक कृषि के क्षेत्र में विपणन गतिविधियों के नए आयामों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण किया जायेगा।

       सहकारिता मंत्री श्री वर्मा ने बताया कि इंस्टीट्यूट आॅफ कोआपरेटिव एण्ड कापोरेट मैनेजमेन्ट रिसर्ज एण्ड ट्रेनिंग आईसीसीएमआरटी, लखनऊ राज्य सरकार द्वारा गठित एक स्व-वित्त पोषित संस्थान है। संस्थान के अध्यक्ष कृषि उत्पादन आयुक्त, उ0प्र0 शासन है। प्रमुख सचिव सहकारिता, प्रमुख सचिव वित्त एवं प्रमुख सचिव नियोजन तथा शीर्ष सहकारी संस्थाएं इसकी सदस्य है।