शौचालय के नाम पर जारी है लूट पीड़ित

 प्रधानमंत्री से की शिकायत


सुल्तानपुर। शौचालय के नाम पर जारी है लूट पीड़ित ने प्रधानमंत्री से की शिकायत ढीठ कर्मचारियों ने पीएम मोदी को भी भेजी झूठी रिपोर्ट डीपीआरओ ने कहा होगी सख्त कार्यवाही कुड़वार ब्लाक के भण्डरा परसरामपुर का मामला सुल्तानपुर  शौचालय के नाम पर जारी है लूट पीड़ित  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत बन रहे हजारों शौचालय भ्रष्टाचार की चपेट में आ गए हैं । शौचालयों से भ्रष्टाचार की बदबू निकलना शुरू हो गई है । चाहे कुड़वार ब्लाक के भडरा परसरामपुर का मामला हो चाहे ब्लॉक भदैया के गांव का मामला चाहे लंभुआ के जमखुरी ग्राम सभा का मामला हर जगह शौचालय में भी कमीशन का खेल प्रधान सेक्रेट्री व उच्च अफसरों की मिलीभगत से लगातार जारी है । यहां तक की मुख्यमंत्री योगी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे शिकायती पत्र पर जांच में ऑल इज वेल लिखकर कर्मचारियों ने अपनी ढिठाई का परिचय दिया है । पहला वाकया कुड़वार ब्लाक के भड़रा ग्राम सभा का है जहां गांव को ओडीएफ घोषित करते ही आधा दर्जन पात्रों ने ब्लॉक ,मुख्य विकास अधिकारी से घटिया निर्माण के साथ शत प्रतिशत शौचालय न बनवाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी । कोई कार्यवाही ना होने पर हताश शिकायत कर्ताओं ने सूबे की योगी व देश की मोदी सरकार का दरवाजा खटखटाया था । शिकायत की जांच के संबंध में जब पत्रावली जिला अधिकारी को पहुंची तो वहां से वीडियो के पास होते हुए वापस आरोपी अधिकारी के पास ही शिकायत की जांच के लिए पहुंच गयी । सोचिए आरोपी ही जांच करता होगा तो उस जांच का क्या हाल होगा नतीजा ढीठ सेक्रेट्री द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भी भेज दिया गया । गांव की जनता में सारे प्रकरण को लेकर भ्रष्टाचारी अफसरों कर्मचारियों व सरकार के खिलाफ आक्रोष व्याप्त है जल्द ही जिला मुख्यालय पर एक बड़े जन आंदोलन का रूप ले सकता है । दूसरा वाकया ब्लॉक भदैया के गांव से जुड़ा है जहां प्रधान और सेक्रेटरी के खिलाफ दर्जनों लोगों ने शौचालय में कमीशन लेने ,घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है । कमोबेश यही हाल लंभुआ ब्लाक के जमखुरी ग्राम सभा का है । जहां प्रधान द्वारा परिवार में ही कोटा आबंटित करवा कर सरकारी राशन की चोरी जारी है । यहाँ भी शौचालय के घटिया निर्माण कर जमकर लूट का खेल सामने आया है । के बाबत पूछे जाने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने कहा मामला गंभीर है सारे प्रकरण की जांच कराई जाएगी कमियां पाए जाने पर उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी । भाजपाई भी इस लूट के खिलाफ साधे है मौन 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद पूरे देश में संगठन का बड़ा ढांचा तैयार कर पार्टी अपने को विश्व में सबसे ज्यादा कार्यकर्ता वाली पार्टी बताती है । ताज्जुब की बात यह है कि सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं अक्षरसः जनता तक पहुंचाने व उसकी निगरानी के लिए कभी भी कार्यकर्ताओं को कोई पाठ नहीं पढ़ाया गया । जिसका नतीजा यह निकला इनकी नाक के नीचे ही चलने वाली योजनाओं में कर्मचारी और अधिकारी जमकर लूट मचाये है ।पदाधिकारी मौन साधे सरकार के भ्रष्टाचारी होने का सबूत दे रहे हैं तब जबकि पीएम मोदी लगातार अपनी योजनाओं को भ्रष्टाचार मुक्त होने का दावा कर रहे हैं । संगठन के मुखिया समेत कई दर्जन अनुषांगिक संगठनों में तेजतर्रार पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की तैनाती जिले में की गई है किंतु भारीभरकम संगठन के बावजूद पूरे जिले में केंद्र व राज्य की योजनाओं में कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा धांधली करते हुए जमकर बंदरबांट की जा रही है । जिले में विशालकाय संगठन कुंभकरण की नींद सोया पड़ा है यदि योजनाओं को सही सुचारू ढंग से लागू कराने में संगठन सिर्फ निगरानी कर दे तो उसे सरकार के प्रचार प्रसार की जरूरत ही ना पड़े जनता स्वयं भारी-मतों से भाजपा की झोली भरकर मोदी की सरकार बना दे । वर्तमान व्यवस्था को देख कर जनता वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकेगी ऐसा ही प्रतीत होने लगा है ।