लोकसभा चुनाव में इस बार 1० सांसद ऐसे हैं जिनकी उम्र 4० से 45 वर्ष के बीच है

लखनऊ । पिछली लोकसभा में ऐसे 1० युवा सांसद लोकसभा पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश से इस बार सात सांसद ही ऐसे हैं जो 4० वर्ष से कम आयु के हैं। युवा सांसदों का प्रतिशत लोकसभा में लगातार घटता जा रहा है।
इस बार 1० सांसद ऐसे हैं जिनकी उम्र 4० से 45 वर्ष के बीच है। इनमें अमरोहा से बसपा के कुंवर दानिश अली, लालगंज से संगीता आजाद, बुलंदशहर से भाजपा के भोला सिह, शाहजहांपुर से अरुण सागर, हमीरपुर से पुष्पेंद्र सिह, धौरहरा से रेखा वर्मा, अमेठी से स्मृति ईरानी, सपा के अखिलेश यादव आदि हैं।
इस बार उत्तर प्रदेश से युवा सांसद- संत कबीर नगर प्रवीण निषाद-भाजपा 3०, बदायूं डा. संघमित्रा मौर्या-भाजपा 34, घोसी अतुल कु सिह-बसपा 36, मिर्ज़ापुर अनुप्रिया पटेल-अपना दल 37, अम्बेडकर नगर रीतेश पाण्डे-बसपा 38, पीलीभीत फिरोज वरुण गांधी-भाजपा 39, कन्नौज सुब्रत पाठक-भाजपा 39,
टॉप बुजुर्ग सांसदों की सूची - संभल शफीकुर्रहमान बर्क-सपा 86, मैनपुरी मुलायम सिह यादव-सपा 79, बहराइच अक्षयबर लाल-भाजपा 73, कानपुर सत्यदेव पचौरी-भाजपा 71, मथुरा हेमा मालिनी-भाजपा 7०, बरेली संतोष गंगवार-भाजपा 7०,
16वीं लोकसभा यानी 2०14 में चुनी गई लोकसभा में 5० फीसदी सांसद 55 वर्ष से ज्यादा के थे। राजनीति में आने के बाद 4० वर्ष तक युवा माना जाता है। 2०14 के लोकसभा चुनाव में 1० युवा सांसद दिल्ली पहुंचे तो वर्ष 2००9 में उत्तर प्रदेश से 14 युवा सांसद लोकसभा पहुंचे थे। इस बार यह संख्या घट कर 7 रह गई है।
युवाओं को टिकट देने में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पिछड़ जाती है। यहां उम्र को ज्यादा तरजीह दी जाती है। इस लोकसभा में उत्तर प्रदेश से बीजेपी के 62 सांसद चुन कर लोकसभा पहुंचे हैं लेकिन इनमें से केवल 4 ही सांसद 4० वर्ष से कम उम्र के हैं। यानी इस पार्टी ने 1० फीसदी युवाओं को भी टिकट नहीं दिए थे। वहीं बीएसपी के 1० सांसद जीते हैं और इनमें से 2 सांसद 4० वर्ष से कम उम्र के हैं। अपना दल की अनुप्रिया पटेल भी इसी श्रेणी में आती हैं।