चमकी बुखार से एक दर्ज़न से अधिक की स्थिति नाज़ुक

मुजफ्फरपुर। बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शनिवार को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) जाकर जानलेवा बीमारी इंसेफलाइटिस (चमकी बुखार)से पीड़ित बच्चों एवं उनके परिजनों से मिले और उन्होंने वहां के चिकित्सकों से बातचीत कर हालात का जायजा लिया। सचिव संजय कुमार ने कहा कि इस समय यह भयावह आपातकाल की स्थिति बनी हुई है जिसे हम सभी झेल रहे हैं। 69 बच्चों की मौत की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा कि इस बीमारी से ग्रसित कई बच्चों का इलाज़ चल रहा है। इसे देखते हुए बेड की संख्या 34 से बढ़ा कर 5० कर दी गई है। अधिकांश मामलों में बच्चों के शरीर में खून की कमी पायी गयी है और भीषण गर्मी एवं कुपोषण के कारण बच्चे उसका शिकार हो रहे हैं। प्रधान सचिव ने कहा कि इस बीमारी से बचने के लिए बच्चों को धूप से बचाना चाहिए, कम से कम इस गर्मी में दो बार स्नान कराना चाहिये, खाली पेट नहीं रखना चाहिए, समय-समय पर ओआरएस का घोल पिलाते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इस बीमारी की रोकथाम के लिये वृहत पैमाने पर प्रचार- प्रसार के माध्यम से लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।