लखनऊ। केजीएमयू में सिस्टर इंचार्ज का मुख्य काम ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्थाओं को देखना है। कई बार देखा गया है कि वह साढ़े नौ बजे के बाद ड्यूटी पर आती थीं। इसकी वजह से ऑपरेशन में देरी होती थी। वैसे सिस्टर इंचार्ज को आठ बजे आ जाना चाहिए। दो बजे उनकी छुट्टी होती है। दो बजे के बाद दूसरी शिफ्ट के कर्मचारी ड्यूटी पर आ जाना चाहिए। पर, कर्मचारी समय पर नहीं आ रहे थे।
केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने बताया कि सभी विभागाध्यक्षों को 15 जून को आदेश जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि पहले सिस्टर इंचार्ज की ड्यूटी का पालन नहीं किया जा रहा है। अब 8.30 से 3.30 बजे तक ही आपरेशन कक्ष में वे तैनात रहेंगी। केजीएमयू में कई सिस्टर इंचार्ज समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंच रही हैं। इसकी वजह से ऑपरेशन में अड़चन आ रही है। अब उन्हें तय समय पर केजीएमयू आना होगा। इसका आदेश केजीएमयू प्रशासन ने जारी किया है। केजीएमयू के विभिन्न विभागों में दो से तीन ऑपरेशन थियेटर एक साथ चलते हैं। करीब 450 डॉक्टर तैनात हैं। गर्मी की छुट्टी में करीब 50 प्रतिशत डॉक्टर छुट्टी पर हैं। ऐसे में प्रत्येक विभाग में ऑपरेशन थिएटर की संख्या लगभग आधी हो गई है। इसकी वजह से ऑपरेशन वाले मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। मरीजों के इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
इमरजेंसी में सभी मरीजों के ऑपरेशन हो रहे हैं। जनरल सर्जरी विभाग में करीब 65 से ज्यादा ऑपरेशन के इंतजार में हैं। न्यूरो सर्जरी, हड्डी, यूरोलॉजी, सर्जिकल आंकोलॉजी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, पीडियाट्रिक सर्जरी सहित अन्य विभागों का भी है। इन विभागों की ओर से योजना बनाई गई थी कि अवकाश खत्म होने के बाद सभी ऑपरेशन थियेटर को एक से दो घंटे अतिरिक्त चलाकर अगस्त तक वेटिंग खत्म कर दी जाएगी।