प्रियंका वाड्रा ही संभालेगी उपचुनाव की कमान

12 विधानसभा क्षेत्रों पर जल्द ही उपचुनाव होना है। इसमें से 11 विधानसभा सीटें इस क्षेत्र के विधायकों के सांसद बन जाने से खाली हुईं थीं। प्रियंका ने उपचुनाव की तैयारियों पर नजर रखने के लिए दो सदस्यों की टीमें बनाई हैं, इन सीटों पर आगामी कुछ महीनों में चुनाव होना है। प्रियंका के जुलाई में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के दौरे की योजना भी बनाई जा रही है। वह हर जिले में संगठन की स्थिति की समीक्षा और पार्टी कार्यकर्ताओं से विचार?विमर्श करेंगी। इसका मकसद अधिक लोगों तक पहुंचना है ताकि कांग्रेस संगठन में सुधार के सुझाव मिलें। ऐसा लगता है कि यूपी की पूरी जिम्मेदारी प्रियंका के कंधों पर डाल दी गई है।
आम चुनाव में उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी संभालने वाली प्रियका वाड्रा ने हार नहीं मानी है। वह मिशन 2०22 को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं। राहुल गांधी के यूपी से दूरी बना लेने के बाद प्रियंका के कंधों पर यूपी की पूरी जिम्मेदारी आ गई है। प्रियंका 2०22 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के सभी कील?कांटे मजबूत कर लेना चाहती हैं। प्रियंका का पूरा ध्यान किसानों और नौजवानों पर है। किसानों की बदहाली और युवाओं की बेरोजगारी और प्रदेश में बढ़ते अपराध खासकर महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं को वह 2०22 के चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाना चाहती हैं। हालांकि आम चुनाव में भी कांग्रेस ने किसानों की समस्याओं और युवाओं की बेरोजगारी का मुद्दा खूब उछाला था, लेकिन बात बन नहीं पाई थी। प्रियंका लगातार किसानों और नौजवानों की समस्याएं उठा भी रही हैं।
आम चुनाव के समय से ही राहुल गांधी यूपी से दूरी बनाकर चल रहे थे। उन्होंने यहां की जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिधिया और प्रियंका वाड्रा पर डाल दी थी। राहुल गांधी प्रदेश से इतनी दूरी बनाकर चल रहे हैं कि वह अमेठी में हार के बाद यहां के उन मतदाताओं को धन्यवाद देने भी नहीं पहुंचे हैं जिन्होंने उनको वोट किया था, जबकि शिष्टाचारवश ऐसा करना जरूरी होता है। प्रियंका वाड्रा 2०22 तक कांग्रेस की जमीन मजबूत कर देना चाहती हैं ताकि व योगी सरकार को सीधे चुनौती दे सकें। प्रियंका की मंशा है कि 2०22 में कांग्रेस की सरकार भले न बने, लेकिन उसे इस स्थिति में तो पहुंचाया ही जा सकता है कि वह सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सके।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा चुकी प्रियंका प्रदेश के गन्ना किसानों को उनके बकाये का भुगतान नहीं मिल पाने के कारण लगातार योगी सरकार पर हमलावर होते हुए उन्हें चुनाव के समय किसानों से किए वायदे भी याद दिला रही हैं। प्रियंका के मिशन?2०22 के एजेंडा में जिला इकाई टीम में ओबीसी और एससी समुदाय के नेताओं की सुनिश्चित हिस्सेदारी शामिल है। पार्टी की नजर राज्य में किसान नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्र नेताओं पर भी है। उन्हें कांग्रेस में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।