आईडीटीआर का मुख्यद्वार मार्डन तरीके का तैयार कराया जाय:आराधना शुक्ला      

 मुख्यमंत्री मार्च में करेंगे इंस्टीट्यूट का लोकार्पण:प्रमुख सचिव                                                                                                                                           लखनऊ। प्रमुख सचिव, परिवहन आराधना शुक्ला ने रायबरेली में निर्माणाधीन इंस्टीट्यूट आॅफ ड्राइविंग टेªनिंग एण्ड रिसर्च (आईडीटीआर) का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ हर हाल में आगामी 28 फरवरी तक पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मार्च माह में इस इंस्टीट्यूट का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ   द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। इसलिए निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने इंस्टीट्यूट परिसर में वृक्षारोपण भी किया। 
प्रमुख सचिव ने कहा कि इस इंस्टीट्यूट के बन जाने से परिवहन के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित होगा और प्रदेश में प्रशिक्षित स्टाफ के साथ उत्कृष्ट श्रेणी की सेवाएं सुलभ होंगी। साथ ही बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन भी होगा। उन्होंने कहा कि 11 एकड़ भूमि पर लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रही इस बिल्डिंग में ड्राइविंग ट्रेनिंग के साथ तमाम प्रकार के रिसर्च पाठ्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। छात्र/छात्राओं के लिए छात्रावास की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि इसके संचालन हेतु टाटा मोटर्स के साथ एमओयू किया गया है। परिवहन विभाग एवं टाटा मोटर्स मिलकर एक सोसाइटी का गठन करेंगे, जिसके माध्यम से इसका संचालन सुनिश्चित किया जायेगा। 
श्रीमती शुक्ला ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि इंस्टीट्यूट का निर्माण तय सीमा और पूरी पारदर्शिता से सुनिश्चित होना चाहिए, अन्यथा संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निमार्णाधीन बिल्डिंग का विधिवत निरीक्षण किया। हर स्तर से निर्माण कार्य की प्रगति को परखा। साथ ही परिसर को हरा-भरा बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बिल्डिंग के मुख्यद्वार की डिजाइन पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि मुख्यद्वार मार्डन तरीके का तैयार कराया जाय, ताकि एक नजर में ही लोग इस बिल्डिंग की भव्यता से परिचित हो सकें। 
इस मौके पर परिवहन आयुक्त   धीरज साहू, अपर परिवहन आयुक्त गंगाफल, सहायक आयुक्त सहित टाटा मोटर्स एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।