आत्मदाह का प्रयास करने वाले परिवार के पांचो सदस्यो को सिविल अस्पताल पहुॅचाया
विधान सभा के सामने पूरे परिवार ने किया आत्मदाह का प्रयास  

.बाराबंकी पुलिस पर पीड़ित ने लगाए गम्भीर आरोप

 

लखनऊ । विधान सभा के सामने सोमवार को उस समय हड़कम्प मच गया जब बाराबंकी से तीन बच्चों के साथ आए एक दम्पत्ति ने पूरे परिवार के उपर मिटटी का तेल छिड़क का आग लगाने का प्रयास किया। पूरे परिवार द्वारा आत्मदाह किए जान की कोशिश को देख कर वहां सुरक्षा मे मौजूद पुलिस कर्मियो ने फुर्ती के साथ दौड़ कर माचिस जलने से पहले ही पूरे परिवार को पकड़ लिया और मिटटी के तेल का गैलन और माचिस छीन ली। केरोसीन आयल से तरबतर परिवार के पांचो लोग चीख चीख कर रो रहे थे और बाराबंकी की शहर कोतवाली पर दबंगो से मिली भगत कर उनके आशियाने को उजाड़ने का आरोप लगा रहे थे। सूचना पाकर इन्स्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह मौके पर पहुॅचे और आत्मदाह का प्रयास करने वाले परिवार के पांचो सदस्यो को सिविल अस्पताल पहुॅचाया। इन्स्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह का कहना है कि आत्मदाह करने आए लोगो का आरोप था कि उनकी दुकान को पुलिस द्वारा उजाड़ दिया गया है जबकि ऐसा नही है उन्होने कहा कि सरकारी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को पुलिस द्वारा हटवाया गया था। पीड़ित के आरोपो को उस समय बल मिल गया जब एसपी बाराबंकी और इन्स्पेक्टर शहर कोतवाली ने सीयूजी नम्बर पर की गई काल को रिसीव नही किया। जनकारी के अनुसार फर्नीचर का काम करने वाले मोहम्मद नसीर अपनी पत्नी नाजिया बानो औत तीन बच्चो के साथ बराबंकी शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के लव खेड़ाबाद मे रहते है। मोहम्मद नसीर सोमवार की सुबह अपनी पत्नी और तीनो बच्चो के साथ लखनऊ में विधान सभा के सामने पहुॅचे और उन्होने पहले अपने बच्चो और पत्नी पर मिटटी का तेल छिड़का फिर खुद को भी मिटटी के तेल से भिगो लिया। परिवार के पॉचो सदस्यो को तेल मे भिगोने के बाद जैसे ही उन्होने माचिस निकाल कर आग लगाने का प्रयास किया वैसे ही वहां पहले से विधान सभा की सुरक्षा मे तैनात पुलिस कर्मियो ने नसीर के हाथ से माचिस छीन ली और परिवार के सभी सदस्यो को अपने कब्जे मे ले लिया। सूचना पाकर इन्स्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुॅचे और मिटटी के तेल मे सराबरो परिवार के सभी पांच सदस्यो को तत्काल सिविल अस्प्ताल भेजा जहां सभी का प्राथमिक उपचार किया गया। इन्सपेक्टर हजरतंज ने बताया कि मोहम्मद नसीर का बाराबंकी की शहर कोतवाली क्षेत्र में किसी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा था पुलिस द्वारा अवैध कब्जा हटवाया गया तो नसीर ने पुलिस पर उत्पीड़न का का अरोप लगाया। विधान सभा के सामने परिवार के साथ आत्मदाह करने पहुॅचे नसीर का कहना था कि शहर कोतवाली पुलिस एक स्थानीय दंबग का साथ दे रही है पीड़ित के अनुसार उसने एक स्थानीय दबंग के खिलाफ एक साल पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर शिकायत की थी लेकिन पुलिस फिर भी दबग के साथ खड़ी नजर आई । बाराबंकी पुलिस से नाउम्मीद होकर विधान सभा के सामने परिवार के साथ आत्मदाह करने पहुॅचे नसीर का कहना था कि दबंग उसे लगातार डरा धमका रहे है शिकायत करने पर पुलिस कान मे तेल डाले बैठी है जिससे दबंग के हौसले बुलन्द हो रहे है । पीड़ित मोहम्मद नसीर के द्वारा बाराबंकी पुलिस के उपर लगाए गए आरोप के सम्बन्ध में तीन बार काल की गई परन्तु उन्होने काल रिसीव ही नही की बाराबंकी पुलिस का पक्ष जानने के लिए संवाददाता द्वारा एसपी बाराबंकी के सीयूजी नम्बर 9454400251 पर भी काल की गई लेकिन एसपी बाराबंकी ने भी काल रिसीव नही की जबकि डीजीपी ओपी सिंह का सख्त निर्देश है कि सीयूजी नम्बरो पर आने वाली कालो का कतई नजर अन्दाज न किया जाए बावजूद इसके एसपी बाराबाकंी और इन्स्पेक्टर शहर कोतवाली ने न तो डीजीपी के आदेशो का ही पालन किया और न ही पुलिस पर लग रहे आरोपो की परवाह की। इन्स्पेक्टर और एसपी का काल रिसीव न करना भी मोहम्मद नसीर के आरोपो को बल देता है। लखनऊ एसएसपी के पीआरओ ने बताया कि लखनऊ के सिविल अस्पताल मे मोहम्मद नसीर और उसके परिवार का प्राथमिक उपचार के बाद उन्हे बाराबंकी पुलिस के हवाले कर दिया गया है।