घटना को अन्जाम देने के लिये इकठ्ठा हुये थे,एसटीएफ ने 7 को किया गिरफ्तार
अपराध संवाददाता

लखनऊ । प्रयागराज के थाना झूंसी क्षेत्र स्थित चक हरिहरवन चौराहा के पास पूर्व जिला पंचायत सदस्य अशोक यादव अपने भाई राजकुमार आदि के साथ गाड़ी से क्षेत्र पंचायत सदस्यों से मिलने जाते समय इनके ऊपर अपराधियों द्वारा कारबाईन तथा पिस्टल से अन्धाधुन्ध फायरिंग कर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी गयी थी। इस घटना से झूंसी सहित जनपद प्रयागराज में दहशत व्याप्त हो गया था। इस हमले में अशोक यादव का प्राईवेट गनर बुरी तरह से घायल हो गया था। इस सम्बंध में थाना झूंसी पर एक मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इस सम्बन्ध में एसटीएफ टीम द्वारा पूर्व में घटित घटनाओं एवं सक्रिय अपराधियों एवं आपराधिक गैंगों तथा उक्त घटना के तथ्यों का विश्लेषण कर अभिसूचना तंत्र को सक्रिय किया गया। प्रारम्भिक अभिसूचना के आधार पर यह पाया गया कि उक्त घटना के सूत्र नैनी जेल में बन्द अपराधी ग्राम-शेरडीह, थाना झूंसी जनपद प्रयागराज निवासी संतोष यादव एवं उसके सहयोगियों से जुड़े हुये हैं, इस पर अभिसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय करते हुये उपरोक्त लोगों पर धरातलीय एवं अन्य माध्यमों से सतर्क निगरानी प्रारम्भ की गयी। अभिसूचना संकलन के दौरान एसटीएफ वाराणसी की टीम ने झूंसी और आस-पास के क्षेत्र में अभिसूचना संकलन के लिये सक्रिय थी तो सूचना प्राप्त हुई कि उक्त घटना में संलिप्त अपराधीगण किसी अन्य घटना को अन्जाम देने के लिये योजना बनाने के लिए थाना झूंसी क्षेत्र स्थित अन्दवा चौराहे से आगे झूंसी की तरफ कटका तिराहे पर मौजूद है, यदि शीघ्रता किया जाये तो पकड़े जा सकते हैं। उक्त सूचना पर एसटीएफ टीम कटका तिराहे के पास पहुंची तो मुखबिर ने 4 मोटरसाइकिलों के साथ खड़े 10 लोगों की तरफ इशारा करके बताया कि यह वही लोग हैं, जो अशोक यादव पर गोली बारी किये थे। एसटीएफ टीम द्वारा जब इन्हें घेरने का प्रयास किया गया तो बदमाशों द्वारा अपने-अपने असलहे से पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करने लगे, परन्तु पुलिस टीम द्वारा अपनी कार्य कुशलता एवं बहादुरी का परिचय देते हुये आवश्यक बल का प्रयोग करते हुये मौके से 7 बदमाशों को तीन मोटरसाइकिलों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे उपरोक्त बरामदगी हुई। एक मोटरसाइकिल से 3 बदमाश भागने में सफल हो गये। बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपपियों से पूछताछ करने पर इनके द्वारा बताया गया कि विगत 5 जून 2016 को नैनी सेण्ट्रल जेल प्रयागराज के पास अशोक यादव, शैलेन्द्र यादव व इसके सहयोगियों द्वारा भाड़े के हत्यारों के माध्यम से अन्धाधुन्ध फायरिंग कर संतोष यादव के भाई ज्ञान चन्द यादव उर्फ वकील एवं चाचा लालता प्रसाद यादव की हत्या कर दी गयी थी तथा इसमें कई लोग घायल भी हो गये थे।

उक्त घटना का बदला लेने के लिये तथा क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने के लिये नैनी जेल में बन्द संतोष यादव तथा बस्ती जेल में बन्द संतोष यादव के भाई राजकुमार यादव ने नैनी जेल में ही बन्द शातिर अपराधी कल्लू सोनकर एवं बीरू पटेल के माध्यम से अशोक यादव की हत्या की सुपारी 12 लाख में शूटर राहुल पाण्डेय, शूटर आनन्द दूबे, शूटर राहुल शुक्ला एवं शूटर बलवन्त उपरोक्त को दिया था। इन चारों शूटरों ने शूटर रामजी उपाध्याय एवं पवन उपाध्याय उर्फ बिट्टू उपरोक्त से सम्पर्क कर इन्हें भी घटना में शामिल किया गया। संतोष यादव का भतीजा आशीष यादव जोकि नैनी जेल में ही बन्द है के द्वारा आदिल, आजिम, श्रीकान्त यादव एवं राजीव कुमार उर्फ काजू उपरोक्त के माध्यम से शूटरों के ठहरने, इन्हें असलहा, मोटरसाइकिल उपलब्ध कराने तथा रैकी आदि की व्यवस्था करायी गयी थी। घटना में प्रयुक्त कारबाइन की व्यवस्था राहुल पाण्डेय द्वारा अपने स्तर से की गयी थी। 17 जून 2019 को सुबह लगभग 7:30 बजे जनपद प्रयागराज के थाना झूंसी क्षेत्र स्थित चक हरिहरवन चैराहा के पास अशोक यादव जब क्षेत्र पंचायत सदस्यों से मिलने के लिये अपने दो गाड़ियों से जा रहे थे, तभी अशोक यादव पर कारबाईन व पिस्टल से चारों तरफ से घेरकर जान मारने की नीयत से फायर करने लगे, परन्तु कारबाइन फस जाने की वजह से अशोक यादव बाल-बाल बच गये थे, जबकि उनका प्राइवेट गनर गोली लगने से घायल हो गया था। इसके बाद सभी शूटर घटना में प्रयुक्त गाड़ी से ही वाराणसी भाग आये थे और भभुआ (बिहार), वाराणसी व प्रयागराज में छुपकर रह रहे थे।

पुन: घटना को अन्जाम देने के लिये इकठ्ठा हुये थे और उसकी योजना तैयार कर रहे थे कि गिरफ्तार कर लिये गये। पूछताछ में यह पता चला कि घटना में प्रयुक्त कारबाइन राहुल पाण्डेय ने कहीं छुपाकर रखा है। उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्तों में से आनन्द दूबे गाजीपुर जेल से फरार अपराधी राजेश दूबे उर्फ टुन्ना का सगा भाई है और पवन उपाध्याय उर्फ बिट्टू वर्ष 2008 में जनपद वाराणसी में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये दुर्दान्त अपराधी मुन्नू उपाध्याय का सगा भतीजा है। राहुल पाण्डेय, बलवन्त और राहुल शुक्ला तीनों आनन्द दूबे और राजेश दूबे उर्फ टुन्ना के करीबी सहयोगी एवं शूटर हैं, जबकि रामजी उपाध्याय, पवन उपाध्याय उर्फ बिट्टू का करीबी सहयोगी है। उपरोक्त गिरफ्तार आरोपियों के विरूद्ध जनपद प्रयागराज के थाना झूंसी में मुकदमा पंजीकृत कराने के साथ-साथ पूर्व में थाना झूंसी पर मुकदमा दर्ज में थाना झूसी में दाखिल किया गया है। जिसके बाद ही आगे की विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है