गोसाईगंज में भी भूजल जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
लखनऊ। आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ में भूगर्भ जल विभाग उप्र के सहयोग से भूजल सप्ताह समारोह के तीसरे दिन वाद विवाद प्रतियोगिता आयेाजित की गयी, जिसका विषय ''भूजल  एवं  इसका सतत भविष्य'' था। इसमें विभिन्न विद्यालयों के लगभग 59 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में 300 से अधिक विद्यार्थी दर्शकों के रूप में मौजूद थे।  इस कार्यक्रम के उपरान्त ''जल की महत्ता एवं इसे बचाने के विविध उपाय'' पर आधारित एक कठपुतली शो का प्रदर्शन किया गया जिसे हरिओम पपेट ग्रुप, लखनऊ द्वारा बड़े ही रोचक ढ़ंग से प्रस्तुत किया गया। इसकेे माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जनसामान्य में संदेश दिया गया। भूजल सप्ताह समारोह के अंतर्गत हाईड्रोफोनिक्स पर आधारित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत डा आनंद अखिला, पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीमैप, लखनऊ ने बिना मिट्टी के व कम पानी के खर्च से उन्नतिशील सब्जी और फलों को उगाने की कला विधि (हाईड्रोफोनिक्स) से बच्चों को परिचय कराया।  इस विधि द्वारा पौधों को कीटनाशक और अन्य जहरीली खादों से बचाया जा सकता है व मानव शरीर के लिए उपयोगी तत्वों को पानी के माध्यम से पौधों को दिया जाता है। इस कार्यक्रम में लगभग 100 विद्यार्थियों तथा जनसामान्य ने प्रतिभागिता की।   

ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत रामपाल त्रिवेदी इंटर कॉलेज, गोसाईगंज लखनऊ के परिसर में भी एक भूजल जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में श्री बी. बी. त्रिवेदी, पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक, भूजल विभाग, उप्र, लखनऊ तथा डा. आर.ए. यादव, मैनेजर, जल निगम, लखनऊ ने विद्यार्थियों को जल संरक्षण के उपायों को विस्तृत रूप में बताया तथा जल की एक-एक बूँद बचाने की सलाह दी।  इस कार्यक्रम में लगभग 1000 विद्यार्थियों तथा आम जनमानस ने प्रतिभाग किया।