प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार एवं विश्व बैंक द्वारा ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता हेतु नीर-निर्मल परियोजना चलायी जा रही है। इस योजना का वित्तपोषण 50 प्रतिशत विश्व बैंक से तथा 33 प्रतिशत राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के केन्द्रांश से एवं 16 प्रतिशत राज्यांश तथा 01 प्रतिशत सामुदायिक सहभागिता से किया जा रहा है।
प्रमुख सचिव ने यह भी बताया कि योजना के बैच-1 में 09 जनपदों में कुल लागत 411.01 करोड़ रुपये की 233 पाइप पेयजल योजनाओं का निर्माण प्रस्तावित था, जिसके सापेक्ष मौजूदा समय में 221 परियोजनाओं को पूरा किया जा चुका है। बैच-2 के अन्तर्गत 592 ग्राम पंचायतों के लिए कुल 379 योजनाओं का निर्माण किया जाना है। वर्तमान समय में इन सभी योजनाओं पर कार्य प्रारम्भ कर दिया है।