सर्वाधिक चिकित्सा संस्थान स्थापित करने वाला उत्तर प्रदेश, देश में अग्रणी
लखनऊ । प्रदेश में नयी सरकार बनने के बाद विभाग के अन्तर्गत चलने वाले समस्त राजकीय चिकित्सा शिक्षण संस्थानों मंे चरणबद्ध तरीके से शैक्षणिक सुधार एवं मरीजों को दी जाने वाली समस्त सुविधाओं में गुणात्मक सुधार करते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कई उपलब्धियां हासिल की है। चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश ने गत दो वर्ष में अभूतपूर्व प्रगति की है। प्रदेश में सर्वाधिक चिकित्सा शिक्षण संस्थान स्थापित कर संचालित किये गये हैं, जो पूरे देश में अग्रणी हैं।

 प्रदेश में 07 चिकित्सा शिक्षण संस्थानों यथा राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा, राजकीय मेडिकल काॅलेज, बदांयू एवं स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय यथा बस्ती, बहराइच, अयोध्या, शाहजहांपुर एवं फिरोजाबाद में प्रथम बार एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये गये हैं, इससे प्रदेश में कुल 700 सीटों की वृद्धि हुई है। प्रदेश के 06 पुराने राजकीय मेडिकल कालेज यथा गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, झांसी, मेरठ एवं आगरा तथा हृदय रोग संस्थान, कानपुर एवं जे0के0 कैंसर संस्थान कानपुर में अक़्टूबर, 2018 से ई-हाॅस्पिटल प्रणाली लागू की गयी है। 

संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में प्रथम बार रोबोटिक्स सर्जरी एवं स्टेम सेल लैब का शुभारम्भ किया गया है। एपेक्स ट्रामा सेन्टर, हिपैटोबिलीयरी डिजीजेज एवं ट्रान्सप्लाण्ट सेण्टर, हिमैटोलाॅजी वार्ड एवं ओ0पी0डी0 तथा हिमैटोलाॅजी टीचिंग एवं रिसर्च ब्लाॅक का शुभारम्भ किया गया। केजीएमयू, लखनऊ में प्रदेश में सर्वप्रथम धातृ अमृत कलश (ह्यूमन मिल्क बैंक) 100 शय्यायुक्त मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, सुपर स्पेशियेलिटी पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अन्तर्गत वेन्टीलेटर यूनिट, टेलीमेडिसिन केन्द्र (हेल्थ रडार) का शुभारम्भ  करते हुए सीटीवीएस विभाग का विस्तार किया गया। डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ मंे पेट सीटी स्कैन मशीन, लीनियर एक्सिलेटर मशीन, यूनिट थेरेपी बेरिक मशीन, मैमोग्राफी मशीन एवं डी0एस0ए. लैब की सुविधा प्रारम्भ की गयी। सुपर स्पेशियेलिटी बाल चिकित्सालय एवं स्नातकोत्तर शैक्षणिक संस्थान, नोएडा में हिमोफिलिया एवं थैलेसीमिया केयर सेन्टर, इण्डोस्कोपी एवं अत्याधुनिक अल्ट्रासाउण्ड मशीन की सुविधा प्रारम्भ करते हुए मरीजोें को सुविधा दी गयी है। सुपर स्पेशियेलिटी कैंसर संस्थान, लखनऊ में प्रदेश की जनता को विश्व स्तरीय चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु टाटा मेमोरियल  हाॅस्पिटल, मुम्बई के मध्य अनुबन्ध हस्ताक्षरित हुआ है। 

प्रदेश के 06 पुराने राजकीय मेडिकल काॅलेजो में समस्त सुविधा युक्त रिसेप्शन काम्पलेक्स की व्यवस्था (आगरा, झांसी, प्रयागराज, गोरखपुर में प्रारम्भ एवं मेरठ, कानपुर में निर्माण कार्य अन्तिम चरण में) की गयी है। कानपुर एवं आगरा में निर्माण कार्य तीव्र प्रगति पर है। 

प्रदेश के 06 पुराने राजकीय मेडिकल काॅलेजो एवं हृदय रोग संस्थान कानपुर में लिक्विड मेडिकल आक्सीजन टैंक की स्थापना कर संचालन किया जा रहा है। नये 09 राजकीय मेडिकल कालेजों का निर्माण कार्य भी तीव्र प्रगति पर है, जिन्हें शैक्षणिक सत्र 2020- 21 में प्रारम्भ करने का लक्ष्य है। प्रदेश के समस्त चिकित्सा शिक्षण संस्थानांे में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना प्रारम्भ की गयी है। प्रदेश में 700 एमबीबीएस तथा 45 पीजी पाठ्यक्रम की सीटों की बढोत्तरी की गयी।

प्रदेश के चिकित्सालय में भर्ती मरीज के 01 तीमारदार को निःशुल्क भोजन की व्यवस्था है। एसजीपीजीआई, लखनऊ, केजीएमयू, लखनऊ एवं राजकीय मेडिकल कालेज, गोरखपुर में एनएबीएल प्रमाणित अत्याधुनिक लैब की व्यवस्था तथा अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य किये गये हैं।

प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग कृत संकल्प है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नई सरकार बनने के उपरान्त गत दो वर्षों में चरणबद्ध तरीके से अनेेक सुधार किये हैं, जिसके फलस्वरूप प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालयों/संस्थानों/महाविद्यालयों को बेहतर करने एवं गतिशील बनाने के साथ-साथ नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने तथा चिकित्सकों की कमी को दूर करने, उपकरणों एवं आधारभूत ढ़ाचों में मज़बूती लाते हुए मरीजों को बेहतर सुविधायें प्रदान की जा रही हंै।