विदेश प्रदर्शनी में हिस्सा लेने पर मिलेगी एक लाख की सहायता

विदेश में प्रचार सामग्री एवं के्रता को नमूने भेजने हेतु निर्यातकों को मिलेगा अनुदान


लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने पारम्परिक उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए निर्यात को बढ़ावा देने की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की है। इसके लिए त्वरित निर्यात विकास प्रोत्साहन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम के निर्यातकों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विदेश व्यापार मेला व प्रदर्शनी में हिस्सा लेने पर अधिकत्म ०1 लाख रुपये तक वित्तीय सहायता उपलबध कराने की व्यवस्था बनाई है। साथ ही हवाई यात्रा से प्रचार सामग्री एवं विदेशी के्रता को नमूने भेजने पर भी अनुदान दिया जायेगा।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निर्यातकों के लिए विपणन विकास सहायता योजना के तहत सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों के निर्यातकों को विदेशी व्यापार मेला एवं प्रर्दशनी में भाग लेने पर स्टाल व्यय का 6० फीसदी वित्तीय मदद दी जायेगी। इसके अतिरिक्त हवाई यात्रा पर होने वाले व्यय का 5० प्रतिशत अधिकत्म 5० हजार रुपये अनुदान देने का प्राविधान किया गया है।
निर्यात उत्पाद के प्रचार-प्रसार पर भी वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। प्रचार सामग्री जैसे कैटलॉग, विज्ञापन, वीडियो कैसेट्स, वेबसाइट आदि के छपाई व निर्माण पर आने वाले खर्च का 6० प्रतिशत अधित्म 5० हजार रुपये की सहायता दी जायेगी। इसी प्रकार विदेशी क्र्रेता को उत्पाद के नमूने भेजने हेतु व्यय का 75 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। गुणवत्ता नियंत्रण हेतु आई.एस.ओ.-9००० व बीआईएस-14००० श्रेणी, ऊनी वस्त्रों के वूलमार्क, स्वर्ण आभूषण के लिए हाल मार्क, फूड सेफ्टी के लिए एच.ए.सी.सी.पी. एवं विद्युत उपकरणों के लिए सी. मार्क प्राप्त करने पर आने वाले व्यय का 5० फीसदी अधिकत्म 75 हजार रुपये की सहायता उपलब्ध कराने का प्राविधान किया गया है। सहायता राशि ई-ट्रांसफर के माध्यम से सीधे निर्यातकों के खातों में भेजी जायेगी।