वृक्षारोपण के पौधों की सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी:प्रमुख सचिव न्याय
वृक्षारोपण का उद्देश्य पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना:दिनेश कुमार सिंह

 

वृक्षारोपण के सुखद परिणाम होंगे

 

लखनऊ । प्रमुख सचिव, न्याय दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण का उद्देश्य पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को हर संभव शुद्ध बनाना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। इसलिए हम सभी को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। श्री सिंह आज गोमतीनगर विस्तार स्थित निर्माणाधीन नवीन भवन उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में मौलश्री, अशोक एवं अन्य प्रकार के पौधों का रोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चूंकि मानव जीवन के लिए हवा-पानी आवश्यक है। शुद्ध हवा-पानी के लिए मानव जीवन पूरी तरह से पेड़ पौधों पर निर्भर है। इस अवसर पर उन्होंने सभी से वृक्षारोपण करने की अपील की तथा इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि  उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार उप्र के सभी जनपद न्यायालय में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है। प्रमुख सचिव न्याय ने कहा कि लगाए गए वृक्षों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने कहा कि वृक्षों के कटान को रोकना चाहिए। वर्तमान समय में जिस स्तर पर वृक्षारोपण किया जा रहा है, उसके सुखद परिणाम होंगे तथा आने वाली पीढ़ियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने इतिहास के महान कवि रविन्द्र नाथ टैगोर के शब्दों में बताते हुए कहा कि '' अगर धरती को स्वर्ग बनाना है तो अधिक से अधिक वृक्ष लगाना चाहिए।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव विधायी जेपी सिंह, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव संदीप जायसवाल, उप सचिव राज्य विधि सेवा प्राधिकरण  सुबोध भारती, विशेष सचिव न्याय  राकेश शुक्ला, विशेष सचिव न्याय रणवीर सिंह, विशेष सचिव न्याय   अरविन्द कुमार मिश्रा, विशेष सचिव न्याय,  राजेशपति त्रिपाठी, विशेष सचिव न्याय राजेशपति उपाध्याय, विशेष सचिव न्याय,  राम मिलन सिंह एवं अन्य अधिकारियों ने भी वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर विधिक अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।