अपर्णा यादव के भाजपा से चुनाव लड़ने की  चर्चा 



सपा ने लखनऊ कैंट से अपर्णा का टिकट काटा,


सपा ने लखनऊ कैंट से मेजर आशीष चतुर्वेदी का  प्रत्याशी बनाया









लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने लखनऊ कैंट विधानसभा उपचुनाव के लिए मुलायम परिवार की छोटी बहु अपर्णा यादव का टिकट काट दिया है। पार्टी ने विधानसभा उपचुनाव के लिए उनकी जगह मेजर आशीष चतुर्वेदी का अपना प्रत्याशी बनाया है। समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को अपने दो प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है।  कानपुर जिले की  गोविंद नगर विधानसभा सीट से सम्राट विकास सपा प्रत्याशी होंगे। अपर्णा यादव का टिकट कटने से पार्टी में खासी चर्चा है।  वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के छोटे भाई प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव को लखनऊ कैंट से टिकट दिया गया था। उनके चुनाव में प्रचार करने खुद सपा संरक्षक मुलायम  सिंह यादव उतरे थे। यहां अपर्णा यादव ने भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी से मुकाबला किया लेकिन जीत रीता बहुगुणा जोशी की हुई। श्रीमती जोशी अब सांसद हो गई हैं। इसलिए उन्हीं की रिक्त इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। इस बीच सपा ने समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सम्राट विकास को गोविंद नगर से प्रत्याशी बनाया है। यह सीट सत्यदेव पचौरी के कानपुर से सांसद बनने के बाद खाली हुई है। 























सपा  11 सीटों में से अब तक चार सीटों पर प्रत्याशी तय कर चुकी है। बलहा सुरक्षित सीट से किरण भारती व सहारनपुर की गंगोह से चौधरी इंद्रसेन को पहले ही प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है। दो सीट पर प्रत्याशी शुक्रवार को घोषित हो गए। अब 7 सीटों पर प्रत्याशी और तय होने हैं। विधानसभा उप चुनाव में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और  24 अक्टूबर  को नतीजे आ जाएंगे।  
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने लखनऊ कैंट सीट पर उपचुनाव के लिए सुरेंद्र सिंह राजू गांधी पार्षद को चुनाव प्रभारी बनाया है। इसके अलावा सुशील दीक्षित को सपा महानगर लखनऊ का अध्यक्ष बनाया गया है।  


अपर्णा यादव के भाजपा से लखनऊ सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा के पास उनके चुनाव लड़ने का प्रस्ताव  है। इस पर भाजपा को अभी निर्णय लेना है। बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव लखनऊ कैंट में काफी समय सक्रिय हैं और वह चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। चूंकि सपा से उनका टिकट कट चुका है और शिवपाल यादव की पार्टी उपचुनाव से बाहर है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वह किस पार्टी से मैदान में आती हैं।