सिद्धार्थनाथ सिंह ने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का किया निरीक्षण

खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आज यहां खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने गांधी भवन प्रांगण में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के पश्चात बोर्ड कार्यालय का भी विधिवत निरीक्षण किया। इस मौके पर प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग डा0 नवनीत सहगल सहित बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। निरीक्षण के उपरान्त श्री सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्हांेने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग की योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रभावी रूप से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाये, ताकि आमलोग योजनाओें के बारे में जानकारी प्राप्त कर लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में खादी एवं ग्रामोद्योग का महत्व बढ़ा है और खादी के प्रति लोगों में दिलचस्पी भी दिन-प्रतिदिन बढती जा रही है। खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि आगामी 02 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयन्ती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण वासियों को लोन एवं कारीगरों को टूलकिट वितरण होगा। उन्होंने इस कार्यक्रम का बेहतर प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गांधी जी का सपना था कि अधिक से अधिक लोगों को खादी से जोड़कर उन्हें स्वावलम्बी बनाया जाय। इस मुहिम को आगे बढ़ाने हेतु राज्य सरकार पूरी दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ अग्रसर है। उन्होंने कहा कि बुनकरों एवं परंपरागत कारीगरों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनाने के लिए संचालित योजनाओं को लाभ उन्हें पहुंचाया जाय। बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने में खादी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस मौके पर डा0 नवनीत सहगल ने मंत्री महोदय को वर्तमान में संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुए बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग को आमजन से जोड़ने का काम त्वरित गति से किया जा रहा है। ग्रामोद्योग के माध्यम से लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के साथ ही इकाई स्थापना में भी हर सम्भव मदद उन्हें दी जा रही है। उन्होंने बताया किया कि खादी वस्त्रों की गुणवत्ता में सुधार लाने और अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी बुनकरों और कारीगरों को उपलब्ध कराने की दिशा में भी ठोस कदम उठाये गये हैं। प्रमुख सचिव ने यह भी अवगत कराया कि माटी कला बोर्ड के माध्यम से मिट्टी व्यवसाय से जुड़े लोगों को प्रशिक्षणोपरान्त निःशुल्क अत्याधुनिक टूलकिट प्रदान किये जा रहे है। विभिन्न मार्जिनमनी ऋण योजनाओं के माध्यम से सुदूर ग्रामीण वासियों को स्वरोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी 02 अक्टूबर को पारम्परिक 4000 से अधिक कारीगरों को टूलकिट का वितरण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 5000 करोड़ रुपये का ऋण वितरण भी कराया जायेगा।