सिंगल यूज प्लास्टिक की जगह पिंक पेपर का इस्तेमाल होना चाहिए: सिद्धार्थ नाथ सिंह
लखनऊ।  प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निर्यात प्रोत्साहन मंत्री  सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि लघु उद्योगों को बढ़ावा देने तथा उन्हें विशेष सुविधाएं सुलभ कराने के लिए एमएसएमई एक्ट का ड्राफ्ट तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही इसको कैबिनेट की मंजूरी प्राप्त हो जायेगी। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में उत्पादों के क्वालिटी प्रोसेस पर विशेष बल दिया गया है। साथ ही गुणवत्तापरक उत्पादन के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहन स्वरूप इंसेंटिव भी देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा लघु उद्योगों का विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता में निहित है।

      श्री सिंह आज गोमती नगर स्थित होटल हिल्टन में पीएचडी चैम्बर आफ कामर्स एवं क्वालिटी काउंसिल आफ इण्डिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 7वें रीजनल क्वालिटी कान्क्लेव में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि नये एक्ट में इन्डस्ट्री लगाने वाले उद्यमियों के लिए बड़ा प्राविधान किया जा रहा है। इसके तहत उद्यम स्थापना में और आसानी होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उद्यमियों के लिए नई टैक्स पालिसी जारी की गई है, इससे निश्चित ही उत्तर प्रदेश के उद्यमियों को काफी लाभ होगा।

      लघु उद्योग मंत्री ने कहा कि उद्यमियों को उत्पादांे की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ ही बाजार की सम्भावनाओं को भी तलाशा जाना चाहिए। बाजार के अनुरूप गुणवत्तापरक उत्पादन करना चाहिए। आज के परिवेश में मार्केटिंग के साथ ही उत्पादों की ब्रांडिंग भी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लघु उद्योग क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के उद्देश से ओडीओपी योजना प्रारम्भ की है। इससे परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। ओडीओपी प्रोडेक्ट को विस्तृृत बाजार उपलब्ध कराने के लिए आनलाइन माकेर्टिंग की व्यवस्था सुनिश्ति करते हुए विश्व प्रसिद्ध अमेजन, फ्लिपकार्ट एवं अलीबाबा के साथ समझौता किया गया हैै।

      श्री सिंह ने कहा कि ओडीओपी के लिए नई डिजाइन और नई तकनीक आज अत्यंत ही आवश्यक बन गई है। इसके लिए लखनऊ में इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन की स्थापना कराई जा रही है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में 02 अक्टूबर से पूरी तरह सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित हो जायेगा। इसके स्थान पर पिंक पेपर  (कागज निर्मित बैग्स) का उपयोग करने तथा इस हेतु लोगों को जागरूक करने के लिए उद्यमियों को आगे आना चाहिए।

      इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण  कल्पना अवस्थी ने पर्यावरण मित्र उद्योग लगाने पर विशेष बल दिया। पीएचडीसीसीआई के निदेशक डा  जितेन्द्र सिंह ने मंत्री  का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ओडीओपी जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू करके लद्यु उद्योगों के समुचित विकास को विशेष प्राथमिकता दी हैं। सरकार का यह प्रयास प्रसंसनीय