अशोक कटारिया ने पाॅलिटेक्निक चैराहे पर 2 बस शेल्टर सेवा का किया शुभारम्भ
25 लाख रुपये से निर्मित इस बस शेल्टर में 25 लोगों के बैठने की सुविधा होगी उपलब्ध

 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अशोक कटारिया ने आज पाॅलीटेक्निक चैराहे पर उप्र परिवहन निगम द्वारा निर्मित 02 बस शेल्टर सेवा का शुभारम्भ किया। लगभग 25 लाख रुपये की लागत से इन दोनों बस शेल्टरों का निर्माण कराया गया है, इसमें 25 लोगों के बैठने की सुविधा के अलावा एक अटेन्डेन्ट हेल्पडेस्क काउन्टर पर भी मौजूद रहेगा।

इस मौके पर परिवहन मंत्री ने कहा कि बस शेल्टरों के निर्माण हो जाने से पाॅलीटेक्निक चैराहे पर होने वाले जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी और लोगों को अच्छी जन सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि इस बस स्टाॅप को सोलर लाइट से युक्त किया गया है। साथ ही यात्रियों के लिए जन सुविधा केन्द्र की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने कहा कि इससे आसपास के इलाकों के लिए जाने वाली बसों में यात्रियों को बैठने व उतरने में आसानी होगी। आने वाले समय में विभिन्न स्थानों पर लगभग 100 बस शेल्टर बनाये जाने की योजना है।

श्री कटारिया ने कहा कि लखनऊ में पाॅलीटेक्निक चैराहे पर टैªफिक कंजेक्शन को कम करने के लिए पाॅलीटेक्निक चैराहे के पास दो नये बस शेल्टर का निर्माण कराया गया है। इनसे वेबमाॅल के सामने सड़क पर निर्मित शेल्टर पूर्व दिशा से आने वाली निगम की बसों के यात्रियों को उतरने तथा सड़क के दूसरी तरफ निर्मित शेल्टर लखनऊ से पूरब दिशा की ओर जाने वाले यात्रियों को बस सुविधा देने के लिए होगा। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के क्षेत्रों की बसें इन्हीं स्थानों से यात्रियों को बोर्डिंग/डिबोर्डिंग की सुविधा उपलब्ध कराएंगी। इसके लिए सभी इकाइयों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जा चुके हैं। साथ ही इसके माॅनीटरिंग की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। परिवहन मंत्री ने कहा कि बस शेल्टर के समीप यात्रियों की सुविधा हेतु सुलभ शौचालय का निर्माण जल्द कराया जायेगा। बस शेल्टर में यात्री प्रतीक्षा को आरामदायक बनाने के लिए सौर ऊर्जा द्वारा प्रकाश व पंखे संचालित होंगे। इसमें यात्रियों को मोबाइल चार्जिंग की भी सुविधा उपलब्ध होगी।  कार्यक्रम के दौरान प्रबंध निदेशक, परिवहन डा. राजशेखर, मुख्य प्रबंधक संचालन आशीष चटर्जी, आर.एम. लखनऊ पी.के. बोस सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद थे।