डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर होगा लखनऊ हज हाउस 
लखनऊ के साथ गाजियाबाद और वाराणसी हज हाउस का भी बदलेगा नाम

 

लखनऊ,। राजधानी लखनऊ स्थित हज हाउस का नाम देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम होगा। प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने इस संबंध में एक प्रस्ताव बुधवार को आयोजित एक बैठक में रखा। राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने यह जानकारी खुद अपने ट्विटर एकाउंट पर दी है। उन्होंने लिखा है, ''योजना भवन, लखनऊ में उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की बैठक में हज हॉउस लखनऊ का नाम पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम तथा गाजियाबाद एवं वाराणसी के भी नाम बदलने के लिए हज समिति से प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।' दरअसल आज योजना भवन में अल्पसंख्यक कल्याण की एक बैठक थी। इस बैठक में राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने योजना भवन में हुई बैठक में लखनऊ के हज हाउस का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने हज समिति से गाजियाबाद और वाराणसी हज हाउस के नाम बदलने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने को कहा है।

लखनऊ हज हाउस का नाम अभी प्रसिद्ध धर्मगुरु मौलाना अली मियां के नाम पर है। इस संबंध में मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली का कहना है कि किसी संस्थान या इमारत का नाम उस व्यक्ति के नाम पर रखे जाने की प्रथा रही है, जिसका उस क्षेत्र में विशेष योगदान रहा हो। उन्होंने कहा कि मौलाना अली मियां ने धार्मिक क्षेत्र में बहुत काम किया है। इसीलिए लखनऊ हज हाउस उनके नाम पर है। मुस्लिम धर्म गुरु का सुझाव है कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर कोई और संस्थान बनवाया जा सकता है, जो उनके योगदान के लिए जाना जाये।