मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने मंत्री सुरेश खन्ना से मिलकर रखी समस्याएं
लखनऊ, । बक्शी का तालाब क्षेत्र में जीसीआरजी मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने बुधवार को अखिल भारतीय विद्याथी परिषद के प्रांत संगठ नमंत्री घनश्याम शाही के नेतृत्व में मंत्री सुरेश खन्ना से मिलकर अपनी समस्याओं को रखा। छात्रों ने मंत्री को मेडिकल कॉलेज में किसी भी प्रकार की शिक्षा, लैब और मानव संसाधन की सुविधाएं नहीं उपलब्ध होना बताया। 

मंत्री सुरेश खन्ना से मिलकर निकले मेडिकल के छात्रों सारा नवाज, अमन सिंह, उर्वसी सचान, हर्सित कुमार ने बताया कि जीसीआरजी मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर ओंकार यादव, चेयरमैन अभिषेक यादव, डीन डॉ.आनन्द मिश्रा और प्राशसनिक अधिकारी आसिफ अताउल्ला खां ने कॉलेज के प्रवेश के समय छात्रों से जो वादे किये थे, वे बाद में झूठे साबित हुए। कॉलेज में जो भी व्यवस्थाओं का दावा किया गया था, वे अभी तक छात्रों को उपलब्ध नहीं हुए है। 

उन्होंने बताया कि लैब में किसी भी प्रकार का यंत्र नहीं है, जिससे छात्रों को प्रैक्टिकल करने में सुविधा हो। ना ही उनको पढ़ाने वाले चिकित्सकों के आने का कोई समय तय है और न ही बड़े चिकित्सकों का वहां आना होता है। सेमिनार तो कभी होता ही नहीं है। आज के दिन सभी छात्रों ने वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात की, जिन्होंने छात्रों को विश्वास दिलाया कि वे जांच कर उचित कार्यवाही करेंगे। इसके विपरित प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने छात्रों से पहले मिलने से इनकार किया और फिर मामले को केवल देखने की बात कर पूरा प्रकरण टाल दिया। 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा कि छात्रों की समस्या के लिए विद्यार्थी परिषद पूरी तरह से आंदोलन को तैयार है। आज मंत्री, प्रमुख सचिव के जवाब से आगे की रणनीति बनाने में छात्र संगठन को मौका मिला है। अगर कॉलेज प्रशासन की तरफ से कोई बात रखी जाएगी तो वह केवल छात्रों के हित में ही सुनी जाएगी। अगर शासन स्तर से कॉलेज प्रशासन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी, तो विद्याथी परिषद छात्रों के हित में आंदोलन करेगी।