क्यों मिले योगी सेजल शक्ति मंत्रालय के सचिव ?
हर घर को नल से जल उपलब्ध कराने समेत कई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई

योगी ने बुन्देलखंड पाइप परियोजना पर काम की गति बढ़ाने को क


लखनऊ,।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शनिवार को भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने मुलाकात की। इस दौरान हर घर को नल से जल उपलब्ध कराने समेत कई योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान वर्षा जल संचयन के मुद्दे को लेकर वाराणसी के जल संचयन मॉडल पर भी चर्चा हुई। साथ ही ग्राउंड वॉटर हारवेस्टिंग के मुद्दे पर भी बात हुई। मुख्यमंत्री योगी ने बुन्देलखंड पाइप परियोजना पर काम की गति बढ़ाने को कहा।

राजधानी में पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर हुई इस मुलाकात में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के अनुरुप हर घर को नल से जल मिले इस योजना का निर्माण इस प्रकार किया जाये कि शत प्रतिशत लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि योजना बनाते समय बुन्देलखंड और विन्ध्याचल क्षेत्र का विशेष ध्यान रखा जाये।  मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के संबंध में ग्राम स्तर तक प्लम्बर इत्यादि के प्रशिक्षण की योजना बनाना भी जरुरी है। योगी ने यह भी निर्देशित किया कि वर्षा जल के संचयन एवं अतिरिक्त जल के रिचार्ज हेतु पुराने नलकूप, हैण्डपंप एवं कुओं इत्यादि की मरम्मत करके उनको उपयोग में लाया जाये। उन्होंने कहा कि डार्क जोन, ब्लैक जोन, इन्सेफलाइटिस, आर्सेनिक और फ्लोराइड इत्यादि से प्रभावित भूजल वाले क्षेत्रों हेतु विशेष कार्य योजना बनाई जाये। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने कहा कि उनके द्वारा निर्देशित बिन्दुओं को कार्य योजना में अवश्य शामिल किया जाएगा। उन्होंने 55 लीटर जल प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की गणना के आधार पर पेयजल योजना के निर्माण की बात कही।  श्री अय्यर ने बताया कि उप्र की महिलाओं के सम्मान हेतु 'इज्जत घर' के विचार को देश के अन्य राज्यों ने भी प्रेरणा स्वरुप अपनाया है और इस कान्सेप्ट की पूरे देश में प्रशंसा भी हुई है।

मुख्यमंत्री योगी से एक दिन पहले शुक्रवार को नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भी मुलाकात की थी। उस समय भी मुख्यमंत्री ने स्वच्छता और जल आपूर्ति योजनाओं पर विशेष बल दिया था। आज मुख्यमंत्री और केंद्रीय सचिव की मुलाकात के दौरान प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास अनुराग श्रीवास्तव के अलावा केंद्र एवं प्रदेश सरकार के कई अधिकारी उपस्थित रहे।