मोर्चे की सभी मांगों नहीं मानी, तो सभी मुख्यालयों में एक दिवसीय करवा दी जायेगी तालाबन्दी 

जल निगम कर्मचारियों ने छठवें दिन आर-पार की लड़ाई का किया शंखनाद


मृतक कर्मचारियों की विधवायें एवं परिजनों, सेवा निवृत्त कर्मियों, प्रतिनिधियों का ध्ौर्य जवाब देने लगा है


लखनऊ। प्रदेश सरकार द्बारा जल निगम के जन कल्याणकारी एवं पराम्परागत कार्यो यथा पेयजल योजनाओं एवं सीवरेज व्यवस्था के कार्यो को निजी हाथों में सौंपे जाने के फलस्वरूप निगम में उत्पन्न स्थिति के कारण निगम प्रशासन द्बारा अघोषित रूप से रोकी गयी 100 से अधिक मृतक कर्मियों की आश्रित नियुक्तियों की बहाली दो माह का बकाया वेतन,पेंशन, सेवानिवृत्त कर्मियों के लम्बित भुगतान विलम्ब कराने निगम कर्मियों को सातवां वेतनमान का लाभ शीघ्र प्रदान करने सहित 9 सूत्रीय मांगों पर उप्र जल निगम मजदूर संघर्ष मोर्चा के बैनर तले संचालित धरना सोमवार को छठवें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता का. वीरेन्द्र सिंह ने किया।
का. राम सनेही यादव ने कहा कि मृतक कर्मचारियों की विधवायें एवं परिजनों, सेवा निवृत्त कर्मियों, प्रतिनिधियों का ध्ौर्य जवाब देने लगा है। का. हयात सिंह रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि सेतु निर्माण से पूर्व 3 दिन तक विनय करने के बाद श्रीराम का भी ध्ौर्य जवाब दे गया था। यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई तो जल निगम प्रशासन का मुख्यालय में बैठना मुश्किल कर दिया जायेगा। उप्र जल निगम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने मजदूर संघर्ष मोर्चा के धरने मंे शिरकत करते हुए महासंघ का समर्थन एवं पूर्ण सहयोग देने की घोषणा की। श्री मिश्रा ने कहा कि यदि प्रशासन ने मोर्चे की सभी मांगों नहीं मानी तो सभी निगमों के मुख्यालयों में एक दिवसीय तालाबन्दी करवा दी जायेगी। 
समान्वय समिति के सभी घटक संघों के शीर्ष पदाधिकारियों ने धरने का समर्थन करते हुए प्रबन्ध निदेशक से शीघ्र समाधान करने की अपील किया और मजदूर संघर्ष मोर्चा की मांगों का समर्थन एवं पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
धन्रना सभा को आर.पी.शाक्या संरक्षक सतीश कुमार शर्मा महासचिव गिरीश कुमार यादव,शिवरक्ष द्बिवेदी, सुबोध यादव, कैलाश यादव, राज कुमार यादव, एस.पी.सिंह, उमेश झां, हसन अली, मुन्ना अली,सूर्यदेव शुक्ला, सत्य प्रकाश रावत, रामदेव शर्मा ने सम्बोधित किया धरने का संचालन का. अजय कुमार गुप्ता महामंत्री ने किया।