लखनऊ। अयोध्या में भगवान श्रीराम की भव्य एवं विशाल मूर्ति के साथ पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण का काम तेज हो गया है। शासन ने अयोध्या में चिन्हित 61 हैक्टर जमीन की तकनीकी और विधिक जांच करने के लिए कमेटी बना दी है। साथ ही, सिंचाई विभाग से जमीन अधिग्रहण या खरीद के लिए सहमति-अनापत्ति यथाशीघ्र देने को कहा गया है। पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि अयोध्या में पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण के तहत भगवान श्रीराम पर आधारित डिजिटल म्यूजियम, इण्टरप्रेटेशन सेन्ट्र, लाईब्रेरी,पार्किंग, फूड प्लाजा, लैण्डस्केपिंग एवं श्रीराम की प्रतिमा एवं अन्य मूलभूत पर्यटक सुविधाओं की योजना के लिए चिन्हित जमीन की तकनीकी और विधिक जांच के लिए राजकीय निर्माण निगम के प्रबन्ध निदेशक की अध्यक्षता में कमेटी बना दी गयी है। अयोध्या के जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी, निर्माण निगम के मुख्य वास्तुविद, महाप्रबन्धक, अयोध्या के जिला शासकीय अधिवक्ता और क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी इसके सदस्य होंगे। कमेटी से 15 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। श्री कुमार ने अयोध्या के मुख्य अभियन्ता (सिंचाई) से चिन्हित भूमि के अधिग्रहण -क्रय के लिए सिंचाई विभाग की सहमति-अनापत्ति जल्दी देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि अयोध्या के जिलाधिकारी द्वारा मेरापुर द्वाबा, परगना -हवेली अवध, तहसील- सदर स्थित वर्तमान रेलवे लाईन से नया हाईवे के मध्य स्थित 24,3807 हे. भूमि एवं उससे सटी हुई ग्राम-मांझा मीरापुर द्वाबा, परगना हवेली अवध, तहसील-सदर अयोध्या स्थित वर्तमान नया बाईपास हाईवे के पूरब-दक्षिण तथा बाईपास से नया घाट रोड के मध्य स्थित कुल 37.00 हे. अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण -क्रय के लिए चिन्हत की ग़ई है। कोई बाधा उत्पन्न न हो और भूमि क्रय में अनावश्यक रूप से अपव्यय न हो इसके लिए तकनीकी व विधिक सर्वे कराये जाने की अपेक्षा की गई है।
सौन्दर्यीकरण का काम तेज हो गया है अयोध्या में