दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती:हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव
नवम्बर में जीएसटी संग्रह के आंकड़े गिनाए

सालाना देखनी चाहिए अर्थव्यवस्था की विकास दर की माप 

लखनऊ, । भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और विपक्ष को मोदी सरकार में भारत की प्रगति से द्वेष रखने वाला बताते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद और जनता को कंगाल करने वाली कांग्रेस व उसके सहयोगी विपक्षी दल भ्रम फैला रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही है, लेकिन विपक्षी दल तिमाही के आंकड़ों को लेकर जनता को गुमराह कर रहे हैं।  

प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने रविवार को कहा कि आज भारत विकास के ऐतिहासिक पथ पर है। विशेषकर भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर और देश के लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाने की दिशा में असाधारण कार्य हो रहे हैं। नवम्बर माह में देश के वस्तु व सेवा कर संग्रह राजस्व 1,03,492 करोड़ रुपये का रहा, जिसमें सीजीएसटी 19,592 करोड़ रुपये का, एसजीएसटी 27,144 करोड़ रुपये का, आईजीएसटी 49,028 करोड़ रुपये (आयात पर एकत्र 20,948 करोड़ रुपये सहित) का और सेस 7,727 करोड़ (आयात पर एकत्र 869 करोड़ रुपये सहित) रुपये का रहा। 30 नवम्बर, 2019 तक अक्टूबर के महीने के लिए 77.83 लाख लोगों ने जीएसटीआर 3 बी रिटर्न फाइल किया है। 

नवम्बर माह में नियमित निपटान के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 44,742 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 44,576 करोड़ रुपये है। नवम्बर घरेलू लेनदेन पर जीएसटी संग्रह में 12 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो वर्ष के दौरान सर्वाधिक रही। यह दर्शाता है कि देश में उद्योग-धंधे व व्यापार फल-फूल रहे हैं और देश तेजी से आगे बढ़ रहा है।

श्रीवास्तव ने कहा कि अर्थव्यवस्था की विकास दर की माप सालाना देखी जानी चाहिए। मौसमी व तात्कालिक परिस्थितियों के कारण अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है। यही कारण है कि तीसरी तिमाही में विकास दर 5 प्रतिशत पहुंचने को लेकर हायतौबा मचाने की आवश्यकता नहीं है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि अर्थव्यवस्था लगातार किसी तिमाही में सिकुड़ सकती है, लेकिन फिर वित्तीय साल की अगली तिमाहियों में रिकवर कर लेती है, जिससे पूरे वर्ष के लिए विकास दर में वृद्धि होती है। 

 

 

 

नीति आयोग का कहना है कि दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती आई है। आज के भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हैं। मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का सकारात्मक असर निवेशकों और ग्राहकों के मूड पर पड़ रहा है। विश्व बैंक सहित अनेक अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की सराहना करते हुए कहा है कि वैश्विक मंदी के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार संतोषजनक है। 

 

वाजपेयी की 8 प्रतिशत विकास दर को मनमोहन सरकार ने 4.9 प्रतिशत तक गिराया

 

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का रिकार्ड और देश की बदहाली का इतिहास लिखने वाली कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों को अपनी गिरेबान में देखना चाहिए। 1998 में भाजपा की अटल सरकार देश की विकास दर को 8 प्रतिशत छोड़कर गई थी, लेकिन दस साल के कांग्रेस नीत यूपीए के शासन में अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई, विकास दर गिरकर 4.9 प्रतिशत हो गई। जनता महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही थी, क्योंकि कांग्रेस नीत यूपीए के समय कालाबाजारी, भ्रष्टाचार के कारण खाद्य पदार्थों की महंगाई सुरसा के मुंह की तरह 11.2 प्रतिशत बढ़ गई थी। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार आई और महंगाई पर लगाम लग गई। मोदी सरकार में वर्ष 2018-19 में महंगाई दर यानी मुद्रास्फीति केवल 3.5 प्रतिशत है।