मायावती ने की महाराष्ट्र, झारखण्ड व दिल्ली में चुनाव पर विशेष चर्चा 
लखनऊ, । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने आर्थिक मन्दी को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार को यहां पार्टी की आॅल-इण्डिया की बैठक में कहा कि काफी आपाधापी में व अपरिपक्व तरीके से देश में नोटबन्दी व जीएसटी थोपने आदि का ही दुष्परिणाम है कि देश को आर्थिक मन्दी के खतरे का सामना करना पड़ रहा है। 

उन्होंने कहा कि रोजगार चौपट हैं तथा बेरोजगारी जबर्दस्त तरीके से लोगों को परेशान कर रही है तथा आम जनजीवन बुरी तरह से देश में प्रभावित है। इस प्रकार से भाजपा ने भी कांग्रेस पार्टी की ही तरह देश व यहां की सवा सौ करोड़ से अधिक जनता व मेहनतकश लोगों को हर प्रकार से बेहाल व बदहाल कर दिया है जो अति-चिन्ता की बात है। 

मायावती ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की सही  संवैधानिक व मानवतावादी सोच के आधार पर ही देश को चलाकर यहां देश का भला किया जा सकता है जिसके लिए केवल बसपा मूवमेन्ट ही समर्पित है, जिसके प्रति लोगों में जागरूकता भरपूर तौर पर पैदा करने की जरूरत है। 

बैठक में पार्टी संगठन की तैयारियों व जनाधार को बढ़ाने के सम्बन्ध में जारी कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए मायावती ने दिशा-निर्देंश दिये। हालांकि बैठक में उत्तर प्रदेश की समीक्षा नहीं की गई। इस दौरान महाराष्ट्र प्रदेश के ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों के साथ-साथ झारखण्ड विधानसभा के चुनाव तथा शीघ्र ही होने वाले दिल्ली विधानसभा आमचुनाव के सम्बन्ध में भी विशेष चर्चा की गई।

बैठक में मायावती ने कहा कि डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 06 दिसम्बर को होने वाले पुण्यतिथि के कार्यक्रम को लेकर कहा कि लखनऊ में पूर्व की तरह अपना श्रद्धा-सुमन कार्यक्रम राजधानी में गोमती नदी के तट पर डॉ. भीमराव आम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पर आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के अन्य लोग सेक्टर स्तर पर कार्यक्रम करेंगे। वहीं आगामी 15 जनवरी को मायावती का जन्मदिन भी 'जनकल्याणकारी दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।