...मुन्ना भाइयों पर रोक लगाने के लिए फार्म पर आधार नंबर भरना अनिवार्य कर दिया गया है


मुन्ना भाइयों पर रोक लगाने के लिए फार्म पर आधार नंबर भरना अनिवार्य कर दिया गया है




इसके अलावा वरिष्ठ स्तर पर आयोग के सभी सदस्य परीक्षा केंद्रों का दौरा करेंगे


आवदेक के आधार कार्ड के अंतिम छह अंक अनिवार्य रूप से फार्म पर भरने होंगे


भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकना उनकी पहली प्राथमिकता है 


भर्ती परीक्षाओं की लाइव वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी


बाहरी व्यक्तियों द्वारा अनियमित ढंग से परीक्षा में शामिल होने की संभावना को समाप्त करने के उद्देश्य यह फैसला किया गया है


मुन्ना भाइयों पर रोक लगाने के लिए फार्म पर आधार नंबर भरना अनिवार्य कर दिया गया है


लखनऊ। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के निवनियुक्त अध्यक्ष प्रवीर कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई पहली असाधरण सभा की बैठक में यह फैसला हुआ। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष ने कहा है कि भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकना उनकी पहली प्राथमिकता है। इसीलिए छद्म नाम से किन्हीं बाहरी व्यक्तियों द्वारा अनियमित ढंग से परीक्षा में शामिल होने की संभावना को समाप्त करने के उद्देश्य यह फैसला किया गया है। भविष्य में आयोग के निकलने वाले सभी विज्ञापनों में आवेदन पत्र भरते और जमा करते समय आवदेक के आधार कार्ड के अंतिम छह अंक अनिवार्य रूप से फार्म पर भरने होंगे। इसका परीक्षा के समय आधार कार्ड से मिलान किया जाएगा। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी कर शामिल होने वाले मुन्ना भाइयों पर रोक लगाने के लिए फार्म पर आधार नंबर भरना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही भर्ती परीक्षाओं की लाइव वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी, जिसे देखा भी जा सकेगा।


सभी परीक्षा केंद्रों पर संबंधित जिले के डीएम द्वारा नामित स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। जिन केंद्रों पर भूतल और पहली मंजिल पर परीक्षाएं होंगी, वहां एक से अधिक मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। परीक्षा के बाद सभी अभ्यर्थियों के ओएमआर शीट की मूल प्रति और कोषागार में रखी जानी वाली दूसरी प्रति को परीक्षा कक्ष में ही अलग-अलग लिफाफों में सीलबंद किया जाएगा। इन लिफाफों पर कक्ष निरीक्षक के साथ परीक्षा कक्ष में उपस्थित कम से कम दो अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर उनके अनुक्रमांक के साथ कराए जाएंगे।


बैठक में सबसे पहले कनिष्ठ सहायक (सामान्य चयन) प्रतियोगितात्मक परीक्षा 2019 को पारदर्शी व त्रुटिरहित संपन्न कराने पर विचार विमर्श हुआ। इसके साथ ही भविष्य में होने वाली सभी परीक्षाओं में संबंधित अभ्यर्थियों का परिणाम जारी किए जाने से पहले शार्टलिस्ट यानी चयनित किए गए सभी अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की दूसरी प्रति का शत-प्रतिशत मूल्यांकन कराने का फैसला हुआ। किसी अभ्यर्थी की मूलप्रति व दूसरी प्रति के स्कोर में गंभीर अनियमितता या विसंगति मिलने पर उसको परीक्षा से अलग कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी की जाएगी। परीक्षाओं को सुचारु रूप से कराने के लिए आयोग के अधिकारियों व कर्मचारी पर्यवेक्षक के रूप में लगाए जाएंगे। इसके अलावा वरिष्ठ स्तर पर आयोग के सभी सदस्य परीक्षा केंद्रों का दौरा करेंगे।