विकास कार्यों में पक्षपात नहीं होगा: केशव प्रसाद मौर्य
उप मुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य ने की लोक निर्माण विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा

 

वाराणसी की सड़कों का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाय

 

निर्माण कार्यों में और अधिक गति लाई जाय

 

ठेकों में निर्धारित आरक्षण का पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाय

 

जे.ई. व ए.ई. के कार्यों में समतुल्यता रहनी चाहिए: केशव प्रसाद मौर्य

 

लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लो.नि.वि.  के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि विभाग के निर्माण कार्यों में और अधिक गति लाई जाय। उन्होंने कहा कि वाराणसी के निर्माण कार्यों में हालांकि सुधार हुआ है फिर भी वहांँ के कार्यों को युद्धस्तर पर कराकर पूरा कराया जाय। उन्होंने कहा कि वाराणसी व लखनऊ नगर की 07 मीटर या इससे चैड़ी सड़कों को लो.नि.वि.  में ट्रांसफर करके विशेष मरम्मत कार्य जल्द से जल्द कराया जाय। श्री मौर्य आज अपने कैम्प कार्यालय 7 कालिदास मार्ग पर लो.नि.वि.  के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने निर्देश दिये कि वाराणसी की सड़कों/पुलों के निर्माण कार्य के पर्यवेक्षण हेतु लो.नि.वि.  मुख्यालय के अधीक्षण अभियन्ता श्री संजय श्रीवास्तव को वाराणसी का नोडल अधिकारी बनाया जाय तथा शासन स्तर से सचिव लोक निर्माण विभाग श्री समीर वर्मा को नोडल अधिकारी नामित किया जाय। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पम्पों की स्थापना के सम्बंध में लोक निर्माण विभाग से दिये जाने वाले अनापत्ति प्रमाण पत्र को देने में अनावश्यक रुप से कतई विलम्ब न किया जाय लेकिन अनापत्ति प्रमाण पत्र देने में नियमों का अक्षरशः पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाय।

श्री मौर्य ने विभाग में उपलब्ध व खर्च धनराशि के व्यौरे की जानकारी हासिल करते हुए कहा कि उपलब्ध धनराशि का व्यय शीघ्रातिशीघ्र किया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि अपराधी व दबंग किस्म के ठेकेदार निर्माण कार्य करने में प्रवेश न करने पायें।

उन्होंने कहा कि बी. श्रेणी के समस्त ठेकेदारों की सूची उपलब्ध करायी जाय। पूर्वांचल विकास निधि व बुन्देलखण्ड विकास निधि के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के ठोस व प्रभावी प्रयास किये जाएं। उन्होंने कहा कि जहाँ धन व्यय कर लिया गया है उनसे उपभोग प्रमाण पत्र लेकर जहाँ शेष धनराशि जारी होनी है, उसे तत्काल जारी किया जाय।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसी भी क्षेत्र की सड़कों के निर्माण में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जहाँ कार्यों में गुणवत्ता खराब पायी जाय या अनियमितता पायी जाय, वहाँ केवल ठेकेदार के विरुद्ध ही कार्यवाही न की जाय, बल्कि अवर अभियन्ता, सहायक अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता की भी जवाबदेही तय की जाय। उन्होंने कहा कि जे0ई0/ए0ई0/अधिशासी अभियन्ता निर्माणाधीन परियोजनाओं का लगातार भ्रमण कर निरीक्षण करते रहें। लो0नि0वि0 में स्थापित टोल फ्री नम्बर पर आने वाली शिकायतों को उच्च प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाय।

उन्होंने निर्देश दिये कि जे0ई0 व ए0ई0 के कार्यों के आवंटन में समतुल्यता रहनी चाहिए। जो जे0ई0/ए0ई0 समय से गुणवत्तापूर्ण  कार्य कराने में सक्षम नहीं पाये जायेंगे उनके विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि 05 किमी0 तक की 07 मीटर चैड़े बनाये जा रहे सम्पर्क मार्गों के कार्यों की लगातार समीक्षा की जाय।

उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मथुरा, काशी, प्रयागराज, चित्रकूट के परिक्रमा मार्गों के लगने वाले विभिन्न जिलों के सम्पर्क मार्गों का सर्वे कराकर जहाँ पर मरम्मत की आवश्यकता हो, मरम्मत करायी जाय। उन्होंने कहा कि लो0नि0वि0 में जो भी शासनादेश अब तक जारी हुए हैं। उनका संकलन किया जाय और उनकी समीक्षा होनी चाहिए तथा जिन चीजों से अनावश्यक कार्यों को उलझाने वाली बातें आती हैं उन्हें खत्म कराने का प्रयास किया जाय। उन्होंने कहा कि सड़कों के किनारे पड़ने वाले सार्वजनिक/धार्मिक स्थलों के पास लोगों को छाया, पानी, बैठने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में अवरोध पैदा करने वालों को किसी भी दशा में माफ नहीं किया जायेगा। मार्गों के निर्माण में पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल देते हुए श्री मौर्य ने निर्देश दिए कि जहाँ पर पेड़ काटे जाएं उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने की व्यवस्था की जाय। इसके लिए जो मशीनें क्रय की जानी हैं उन्हे शीघ्र खरीद लिया जाय। मशीनें क्रय करने के लिए बजट में प्राविधान कराया जाय।

उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सड़कों के निर्माण में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को फोकस किया जाय। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि रोड सेफ्टी के प्राविधानों का सड़कों के निर्माण में परिपालन सुनिश्चित कराया जाय और हर्बल मार्गो पर भी पेड़ सुरक्षित रहे इसके लिए भी अधिकारी हमेशा सजग रहें। 

बैठक में राज्यमंत्री, लो.नि.वि.  चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, प्रमुख सचिव लो.नि.वि.   नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लो.नि.वि. समीर वर्मा, सचिव लो.नि.वि. रंजन कुमार, लो.नि.वि.के विभागाध्यक्ष आर.सी. बर्नवाल, विशेष कार्याधिकारी श्री प्रदीप कुमार प्रमुख रुप से मौजूद रहे।