पत्रकारिता में स्वर्गीय अरविद शुक्ला के योगदान को सदैव याद किया जाएगा:आलोक कुमार त्रिपाठी

पत्रकार स्वर्गीय अरविद शुक्ला के निधन पर शोक सभा, उनकी स्मृति में पत्रकारों को सम्मानित करेगा एलजेए


श्री शुक्ल ने  लेखनी के माध्यम से पत्रकारिता में एक अलग पहचान बनाई है




लखनऊ। लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन की ओर से भी दारूलशफा स्थित एलजेए कार्यालय में शोकसभा आयोजित की गयी जिसमें एलजेए के सदस्यों ने हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की। एलजेए अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी ने स्वर्गीय अरविन्द शुक्ला के साथ बिताये हुए पलों को याद करते हुए कहा कि श्री शुक्ल वास्तव निर्भीक पत्रकार थे साथ ही व्यवहार में बहुत ही मृदुभाषी भी थे, श्री शुक्ल ने पत्रकारिता के मामले में खबरों से कभी भी समझौता नहीं किया जिसके चलते कई बार उनका सरकार व सरकारी मशीनरी से टकराव भी हुआ लेकिन उन्होने हार नही मानी। श्री शुक्ल पत्रकारिता को मिशन के तौर पर करते थे यही कारण था कि बड़ी संख्या में परेशान लोग भी मदद माँगने उनके पास जाते थे और वे सभी की मदद में आगे रहते थे।
श्री शुक्ल अपनी बेबाक लेखनी के लिए जाने जाते थे। वे ताजा घटनाओं पर सटीक और निष्पक्ष टिप्पणी करते थे। उन्होंने पत्रकारिता जगत में अपनी लेखनी से उच्च आदर्श स्थापित किए हैं। पत्रकारिता में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
पत्रकारिता को उन्होंने नया तेवर और दिशा दी। उनकी लेखनी ने हमेशा युवाओं का पथ प्रदर्शन किया है। उन्होंने दृढ संकल्पित व्यक्तित्व और उर्ज़ामयी नेतृत्व की अहम भूमिका निभाई है।
शोक सभा में आलोक त्रिपाठी ने घोषणा की कि लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन श्री शुक्ल की स्मृति में ’’अरविद शुक्ला पत्रकारिता पुरस्कार’’ नाम से प्रतिवर्ष ऐसे पत्रकारों को सम्मानित करेगी जिन्होने अपनी लेखनी के माध्यम से पत्रकारिता में एक अलग पहचान बनाई है।
शोक सभा में एलजेए के महामंत्री रूपेंद्र उपाध्याय, मंत्री अर्जुन द्बिेदी, कोषाध्यक्ष संजय पांडेय, विशेष आमंत्रित सदस्य मो. इनाम खान, सुनील कुमार पांडेय, त्रिनाथ शर्मा, रवि शर्मा, सुनील त्रिपाठी, अजय गुप्ता, रंजीत सिह, डॉ. विनय शर्मा, राजेश वर्मा, सौमित्र गांगुली, रजनीश एवं प्रदीप सिह आदि ने श्री शुक्ल के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रृद्धाजंलि अर्पित की। सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखा गया।