किसान दुर्घटना व मुख्यमंत्री राहत कोष से भी सहयोग दिलाने के दिए निर्देश
मृतकों के घर पहुंच प्रभारी मंत्री ने दी तात्कालिक सहायता 

 

 

 लखनऊ। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग जनशक्तिकरण मंत्री तथा जनपद बलिया के प्रभारी मंत्री  अनिल राजभर ने आज करीब एक पखवाड़ा पहले बड़सरी जनपद बलिया में हुई सड़क दुर्घटना में साहोडीह गांव के मृत चारों युवकों के परिजनों से मिले। उन्होंने सभी के आश्रितों को अपने पास से पांच-पांच हजार की तात्कालिक सहायता राशि दी। परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में हम सब साथ हैं। उन्होंने तहसीलदार बांसडीह गुलाब चंद्रा को निर्देश दिया कि स्वयं रुचि लेकर कृषक दुर्घटना योजना से जुड़ी कार्यवाही पूरी कराएं और लाभ दिलवाएं। तहसीलदार ने बताया कि इसके अलावा मुख्यमंत्री सहायता कोष से भी राहत दिलाने के लिए कार्यवाही की जाएगी। प्रशासन की ओर से हरसम्भव मदद की जाएगी। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जो भी सहायता देना है जल्दी दिया जाए। 

पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग जनशक्तिकरण मंत्री व जनपद बलिया के प्रभारी मंत्री  अनिल राजभर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि असमय बारिश होने की वजह से जो भी फसल का नुकसान हुआ है उसका आकलन जल्द कर लिया जाए। इसके अलावा आकाशीय बिजली या किसी दैवीय आपदा से कोई जनहानि होती है तो 24 घण्टे के अंदर राहत दी जाए। उन्होंनेे लोक निर्माण विभाग के डाकबंगले में फसल नुकसान के सम्बंध में   कृषि विभाग, फसल बीमा कम्पनी के अलावा सभी एसडीएम-तहसीलदार के साथ समीक्षा बैठक किया।

बैठक में बताया गया कि जिले में ओलावृष्टि तो नहीं हुई है, लेकिन असमय बारिश होने के कारण फसलें प्रभावित जरूर हुई है। इसके आकलन के लिए कृषि व राजस्व विभाग की टीम द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। इस पर मंत्री श्री राजभर ने कहा कि एक हप्ते के अंदर यह सर्वे पूरा कर रिपोर्ट दें। उन्होंने कहा कि बीमित किसानों की फसल नुकसान के सम्बंध में तहसील प्रशासन, कृषि विभाग और फसल बीमा कम्पनी आपसी समन्वय बनाकर काम करे और किसानों को जल्द राहत पहुंचाएं। 

उन्होंने यह भी कहा कि पीएम किसान पोर्टल पर किसी किसान का आधार या अन्य डाटा कोई गलत है तो उसे ठीक कराएं, ताकि लाभ लेने में कोई बाधा न आए।

 उन्होेने बताया कि खरीफ में बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजा के तौर पर 12 हजार 604 किसानों के लिए कुल 6 करोड़ 71 लाख आ गया है। इसे शीघ्र किसानों के बीच वितरण किया जाए। इसमें दो हेक्टेयर के नीचे के 10304 किसानों के लिए 5 करोड़ 75 लाख, जबकि दो हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले 2300 किसानों के लिए 96 लाख 92 हजार मुआवजा आया है।