लंदन के 10 किंग हेनरी रोड पर चार मंजिला आम्बेडकर हाउस को म्यूजियम में बदला जा सकता है

अम्बेडकर इंटरनेशनल मिशन ने 15 सितम्बर 2019 को एक अपील किया था


डा. भीमराव अम्बेडकर ने 1921 से लेकर 1922 तक इसी मकान में रहकर लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अपनी पढ़ाई पूरी की थी


ब्रिटिश सरकार ने अम्बेडकर इंटनरेशनल मिशन की अपील को स्वीकार कर लिया है


उत्तरी


लंदन में अम्बेडकर हाउस को संग्रहालय में बदलने की हरी झंडी 


 

लंदन/लखनऊ। उत्तरी लंदन में किंग हेनरी रोड पर चार मंजिला आंबेडकर हाउस है। भारत रत्न बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर ने 1921 से 1922 तक इसी मकान में रहकर लंदन स्कूल ऑफ  इकोनॉमिक्स में अपनी पढ़ाई पूरी की थी। फिलहाल इस मकान को महाराष्ट्र सरकार ने खरीद लिया है और वह इसे एक म्यूजियम में तब्दील करना चाहती है, लेकिन लंदन का स्थानीय प्रशासन नियमों का हवाले देते हुए मन कर दिया था।

इंग्लैंड में भारत रत्न बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर की कीर्ति को आम जन तक पहुंचाने में डा. शेखर बौद्घकर की अहम भूमिका है। भारतीय मूल के इंग्लैंडवासी डा. शेखर बौद्घकर के जीवन में बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर का गहरा असर है। यही वजह है कि इंग्लैंड में बाबा साहब को लेकर भारतवंशियों में बड़ा मिशन चला रखा है। इंग्लैंड में अम्बेडकर हाउस को चर्चा में लाने और संग्रहालय बनवाने में बड़ा संघर्ष किया है, जो आज भी जारी है।  बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा के लिए आमजन के लिए सेमिनार, कार्यक्रम आदि का आयोजन करते रहते हैं। इसके साथ ही क्योरा ब्लॉग के जरिए तमाम सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने का बीड़ा उठा रखा है। डा. शेखर बौद्घकर ने बताया कि अम्बेडकर इंटरनेशनल मिशन ने 15 सितम्बर 2019 को एक अपील किया था। इस मामले को लेकर अब फैसला आया है। उन्होंने ब्रिटेन और भारत सरकार का आभार जताते हुए कहा कि इस निर्णय से छात्रों, शिक्षकों, विचारकों को बाबा साहब के जीवन से प्रेरणा मिलेगी।

 

देशवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है कि लंदन स्थित अम्बेडकर हाउस को ब्रिटेन सरकार ने संग्रहालय बनाने की अनुमति प्रदान कर दी है। ब्रिटिश सरकार ने लंदन स्थित आंबेडकर हाउस को बंद करने के खिलाफ दायर अम्बेडकर इंटनरेशनल मिशन की अपील को स्वीकार कर लिया है। ब्रिटेन के कम्युनिटी सेक्रेटरी रॉबर्ट जेनरिक ने गुरूवार को यहां संग्रहालय बनाने की अनुमति दे दी। उन्होंने कहा कि उत्तरी लंदन के 10 किंग हेनरी रोड पर चार मंजिला आम्बेडकर हाउस को म्यूजियम में बदला जा सकता है। मैं लंदन में एक और संग्रहालय बनाने की अनुमति देने से खुश हूं। डा. भीमराव अम्बेडकर ने 1921 से लेकर 1922 तक इसी मकान में रहकर लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अपनी पढ़ाई पूरी की थी।

उल्लेखनीय है कि स्थानीय प्राधिकरण कैमडेन काउंसिल ने पिछले साल अगस्त में भारतीय अधिकारियों के उस आवेदन को खारिज कर लिया था। जिसमें उत्तरी लंदन स्थित अम्बेडकर हाउस को एक संग्रहालय में तब्दील करने की मांग की गई थी। अपील खारिज करते हुए काउंसिल ने कहा था कि रिहायशी संपत्ति अम्बेडकर हाउस को संग्रहालय में तब्दील नहीं किया जा सकता है। ऐसा करना स्थानीय प्लानिंग नियमों का उल्लंघन होगा। इसके बाद भारतीय समुदाय के लोगों ने ब्रिटेन सरकार पर दबाव बनाया था और मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी।