3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का किया ऐलान:  मोदी

हॉटस्पॉट्स देख होगा ढील पर फैसला




देश-दुनिया पर छाए कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तीसरी बार देशवासियों को संबोधित किया


आज खत्म होने जा रहे लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया है।


पिछली बार उन्होंने 24 मार्च को अपने संबोधन में 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था


हॉटस्पॉट्स देख होगा ढील पर फैसला




 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन पार्ट-टू का ऐलान किया है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए फिलहाल 3 मई तक लॉकडाउन जारी रहेगा। हालांकि कुछ इलाकों में 20 अप्रैल के बाद छूट दी जा सकती है मगर सख्‍ती बरती जाती रहेगी। पीएम मोदी ने वर्तमान हालात की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार बुधवार तक नई गाइडलाइंस जारी कर देगी। इनमें उन तबकों का खास ध्‍यान रखा गया है जो लॉकडाउन के चलते प्रभावित हुए हैं। पीएम मोदी ने देशवासियों से सात वचन भी लिए। उन्‍होंने कहा कि लॉकडाउन में इनका पालन सुनिश्चित करें तभी हम कोरोना वायरस को हरा पाएंगे।


कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश में 3 मई तक लॉकडाउन (Lockdown) रहेगा। राष्‍ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देशवासियों से सात बातों का पालन करने का आग्रह किया है।सरकार इसे लेकर माथापच्ची कर रही है कि कौन-कौन सी गतिविधियाों को 20 अप्रैल के बाद ढील की लिस्ट में जगह दी जा सकती है। PM मोदी ने कहा कि अगर नए हॉटस्पॉट नहीं सामने आते हैं और मौजूदा हॉटस्पॉट्स के मूल्यांकन में स्थिति नियंत्रण में नजर आती है तो कुछ गतिविधियों को शुरू किया जा सकता है। जो क्षेत्र अपने यहां अपने यहां 20 अप्रैल तक नया हॉट स्पॉट बनने नहीं देंगे और इसकी आशंका को समाप्त करेंगे वहां 20 अप्रैल के बाद कुछ सीमित अनुमति दी जाएगी ।


कोरोनावायरस के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन आज खत्म होने को है और PM मोदी ने इसे 3 मई तक के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। PM मोदी ने इसके साथ ही कहा कि 20 अप्रैल के बाद कुछ जरूरी गतिविधियों में ढील दी जा सकती है, जिसमें आर्थिक गतिविधियां भी शामिल हो सकती हैं। इनकी कुछ शर्तें होंगी। PMO के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सरकार इसे लेकर माथापच्ची कर रही है कि कौन-कौन सी गतिविधियाों को इसमें जगह दी जा सकती है। अगर नए हॉटस्पॉट नहीं सामने आते हैं और मौजूदा हॉटस्पॉट्स के मूल्यांकन में स्थिति नियंत्रण में नजर आती है तो कुछ गतिविधियों को शुरू किया जा सकता है।


हॉटस्पॉट्स देख होगा ढील पर फैसला
PM ने कहा कि 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर राज्य को बारीकी से परखा जाएगा। वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उसने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा। जो क्षेत्र अपने यहां अपने यहां 20 अप्रैल तक नया हॉट स्पॉट बनने नहीं देंगे और इसकी आशंका को समाप्त करेंगे वहां 20 अप्रैल के बाद कुछ सीमित अनुमति दी जाएगी।


किसानों का पूरा खयाल रख रही सरकार
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के जरिए गरीबों की मदद का पूरा ध्यान रखा गया है। अब नई गाइडलइंस बनाते समय भी उनके हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। रबी फसल की कटाई का काम जारी है। केंद्र और राज्य सरकारें कोशिश कर रही हैं कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो। देश में दवा से लेकर पर्याप्त भंडार है। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही पीएम ने फिर अपील की कि लोगों को नौकरी से न निकाला जाए।


आर्थिक लिहाज से लॉकडाउन की बड़ी कीमत
कोरोनावायरस महामारी के साथ भारत की लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। इससे होने वाले नुकसान को भारत काफी हद तक टालने में कामयाब रहा है। पीएम ने कहा कि आर्थिक दृष्टि से देखें तो लॉकडाउन की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है, लेकिन जीवन बचाने में बड़ी कामयाबी मिली है। लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग से काफी फायदा मिला है। वह बोले कि हमारी जिम्मेदारी है कि किसी अन्य क्षेत्र में कोरोना न पहुंचे। न हॉटस्पॉट का बनना हमारे परिश्रम को पीछे कर देगा।


‘वी द पीपल’ यही है
PM बोले, आप लोगों ने कष्ट सहकर आप लोगों ने भार को बचाया है। मैं जानता हूं कि आपको कितनी दिक्कतें आई हैं। किसी को खाने की परेशानी तो किसी को आनेजाने की। कोई घर बहुत दूर है। लेकिन आप देख के अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। हमारे संविधान में जो ‘वी द पीपल’ की जो बात कही गई है, यही तो है वह। यही संकल्प आज उनके जन्मदिन के मौके पर बाबा साहेब आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि है।

क्या थीं उम्मीदें?

माना जा रहा था कि पीएम मोदी लॉकडाउन पार्ट-2 का ऐलान कर सकते हैं। लॉकडाउन खत्म होने के एक दिन पहले केंद्रीय मंत्रियों के दफ्तर जाकर काम करने से इस बात की झलक मिल गई कि लॉकडाउन के दूसरे चरण में कुछ ढील मिल सकती हैं। अर्थव्यवस्था और कामगारों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार छोटे और मझोले उद्योगों को खोल सकती है। सबसे अधिक रियायत जरूरी सामानों की आवाजाही से लेकर किसानों को दी जा सकती है। सरकार के सामने 23 सेवाओं ने लॉकडाउन के दौरान छूट की अनुमति मांगी है।




पहला वचन


अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें एक्‍स्‍ट्रा केयर करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।


दूसरा वचन


लॉकडाउन और सोशल डिसटेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें। घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।


तीसरा वचन


अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें।


चौथा वचन


कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें।


पांचवां वचन


जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें। उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।


छठा वचन


आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें। किसी को नौकरी से न निकालें।


सातवां वचन


देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें।