लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर भारी दुःख एवं शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता हैं। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निःस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अन्तिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका। कल 21 अप्रैल को अन्तिम संस्कार के कार्यक्रम में लाॅकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया माँ, पूर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लाॅकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अन्तिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। लाॅकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।’
मुख्यमंत्री ने अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर भारी दुःख एवं शोक व्यक्त किया