मुख्यमंत्री ने जून, 2020 के अन्त तक कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने के निर्देश दिए
20 जून,तक टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के लिए प्रभावी प्रयास करें: मुख्यमंत्री
कोरोना से घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की आवश्यकता:मुख्यमंत्री
कन्टेनमेंट जोन में पूरी सख्ती बरतते हुए यह भी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए कि कन्टेनमेंट जोन में लोगों
को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई असुविधा न हो
पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से जनता को जागरूक करने के कार्य को जारी रखते हुए इस कार्य में पी0आर0वी0
112 तथा प्रशासनिक मजिस्ट्रेटों के वाहनों का भी उपयोग किया जाए
कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार की सटीक जानकारी के लिए रैंडम टेस्टिंग पर बल
सभी जनपदों के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं की सीधी जानकारी प्राप्त करने के लिए शासन
स्तर पर विशेष सचिव स्तर का एक अधिकारी नामित किया जाए
जिलाधिकारियों को ओल्ड एज होम, बाल गृह तथा महिला संरक्षण गृह में निवासित लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश
ग्रामीण और शहरी इलाकों में 70 हजार निगरानी समितियों द्वारा सर्विलांस का कार्य:मुख्यमंत्री
चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के निर्देश, इसके माध्यम सेकोविड-19 से बचाव तथा इसके उपचार सम्बन्धी जानकारी प्रदान की जाए
20 जून, 2020 से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाए
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अपने जनपद के गौ-आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करें:मुख्यमंत्री
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माह जून, 2020 के अन्त तक कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या को बढ़ाकर डेढ़ लाख किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि 20 जून, 2020 तक टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना से घबराने की नहीं बल्कि सावधान रहने की आवश्यकता है। इसलिए अनलाॅक के दौरान सभी गतिविधियों में अनुशासन का पालन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बिना मास्क कोई बाहर न निकले। सोशल डिस्टेंसिंग को प्रत्येक दशा में लागू किया जाए। सघन एवं नियमित पेट्रोलिंग के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। कन्टेनमेंट जोन में पूरी सख्ती बरती जाए, किन्तु यह भी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए कि कन्टेनमेंट जोन में लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई असुविधा न हो।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से जनता को जागरूक करने के कार्य को जारी रखने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस कार्य में पी0आर0वी0 112 तथा प्रशासनिक मजिस्ट्रेटों के वाहनों का भी उपयोग किया जाए। साथ ही, प्रमुख स्थलों तथा चैराहों आदि पर भी पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग कर जागरूकता सृजित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों के कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं की सीधी जानकारी प्राप्त करने के लिए शासन स्तर पर विशेष सचिव स्तर का एक अधिकारी नामित किया जाए। इसके अलावा, जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इन अस्पतालों का निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का प्रभावी अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने चिकित्सालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के निर्देश देते हुए कहा कि इसके माध्यम से कोविड-19 से बचाव तथा इसके उपचार सम्बन्धी जानकारी प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को ओल्ड एज होम, बाल गृह तथा महिला संरक्षण गृह में निवासित लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण के द्वारा चिन्हित किया जाए कि कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित तो नहीं है। उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार की सटीक जानकारी के लिए रैंडम टेस्टिंग पर बल दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कम्युनिटी सर्विलांस व्यवस्था सुचारु रूप से कार्य कर रही है। ग्रामीण और शहरी इलाकों में 70 हजार निगरानी समितियों द्वारा सर्विलांस का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद कायम रखते हुए फीडबैक प्राप्त करते रहने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 जून, 2020 से प्रारम्भ हो रहे खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्यान्न वितरण में घटतौली या अन्य कोई भी अनियमितता न होने पाए। उन्होंने सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने जनपद के गौ-आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह अधिकारीगण गौ-आश्रय स्थलों में चारा आदि के प्रबन्ध तथा गौ-वंश के स्वास्थ्य परीक्षण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर.के. तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।