अस्पतालों में प्राथमिकता के आधार पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाए:अवनीश कुमार अवस्थी
प्रदेश सरकार 125 दिन के इस अभियान को पूरी सफलता के साथ संचालित करायेगी:अवनीश कुमार अवस्थी

 

मुख्यमंत्री ने एन0सी0आर0 के जनपदों में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर कार्य योजना बनाकर लागू करने के निर्देश दिये

 

एक लाख की संख्या में स्थापित निगरानी समितियांे मेंसर्विलांस व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाय

 

स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा जिला प्रशासन सर्विलांस सिस्टम को मजबूत करें:अवनीश कुमार अवस्थी

 

कोविड-19 की रैण्डम चेकिंग में वृद्धि के निर्देश, मण्डियों में भी रैण्डम चेकिंग की जाय:अवनीश कुमार अवस्थी

 

सभी अस्पतालों में प्राथमिकता के आधार पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाए:अवनीश कुमार अवस्थी

 

 

कोविड हेल्प डेस्क पर सेनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाय

 

विभागों में भी कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने पर बल:अवनीश कुमार अवस्थी

 

कोरोना से बचाव के उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार जारी रखा जाए:अवनीश कुमार अवस्थी

 

 

पुलिस तथा पी0ए0सी0 के कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध करें

 

 

प्रशासनिक कार्य करने वाले चिकित्सकों को मरीजों के उपचार सम्बन्धी दायित्व सौंपे जाने पर विचार किया जाए

 

 

 

प्रदेश में इन्स्टीट्यूशनल क्वारंटीन सेन्टरों की संख्या निरन्तर कम हो रही है लोग होम क्वारंटीन में अपना क्वारंटीन अवधि पूरा करके अपने रोजगार में लग रहे हैं

 

 

प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 56 ट्रेन के माध्यम से 87272 ईंट भट्टा श्रमिकों को ससम्मान उनके घर भेजा गया

:अवनीश कुमार अवस्थी

 

 

सभी जनपदों में रैण्डम सैम्पलिंग के अन्तर्गत प्रदेश के ओल्ड एज होम एवं बाल गृह के निवासियों के सैम्पल की जांच की गयी

 

असिम्टोमैटिक वाले मरीजों को अब 10 दिन के बाद किसी प्रकार के लक्षण न आने पर घर भेज दिया जायेगा, ऐसे लोगों को घर पर 07 दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा: अमित मोहन प्रसाद

 

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने एन0सी0आर0 के जनपदों में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए एक बेहतर कार्य योजना बनाकर उसे लागू करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि इससे प्रदेश में कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने मंे मदद मिलेगी। उन्होंने कहा है कि सर्विलांस व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए निगरानी समितियों की संख्या में वृद्धि की जाए। एक लाख की संख्या में स्थापित निगरानी समितियांे में सर्विलांस व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाए। कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने में यह एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा जिला प्रशासन को सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करने के निर्देश भी दिये हैं। 



मुख्यमंत्री  ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ किये जाने पर उनका हार्दिक अभिनन्दन किया।  इस अभियान में उत्तर प्रदेश के 31 जनपदों को चयनित किये जाने पर मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।  पूरे देश में गरीब कल्याण व ग्रामीण विकास को नया आधार देने के लिए प्रधानमंत्री जी की पहल पर संचालित किया जा रहा यह अभियान गांवों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।  उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी की आकांक्षाओं तथा अपेक्षाओं के अनुरूप गरीब कल्याण रोजगार अभियान को संचालित करते हुए इसका लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित।  गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत कामगारों की रूचि और कौशल के अनुरूप रोजगार व स्वरोजगार के कार्य कराये जाएंगे। इस अभियान के संचालन से रोजगार की तुरन्त आवश्यकता वाले कामगारों को विभिन्न कार्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे तथा वे अपने ही गांव में जीविकोपार्जन की विभिन्न गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित भी होंगे। 



  श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री  ने कोविड-19 की रैण्डम चेकिंग में वृद्धि के निर्देश देते हुए कहा है कि इसके माध्यम से कोविड-19 के प्रसार की सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस जानकारी के आधार पर कोरोना के खिलाफ जंग में कारगर रणनीति निर्धारित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि रैण्डम चेकिंग के तहत विभिन्न प्रदेशों से आये श्रमिकों एवं कामगारों, आश्रय स्थलों, ओल्ड एज होम्स, बाल सुधार गृह, स्लम्स आदि में रह रहे लोगों की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि मण्डियों में भी लोगों के सैम्पल की रेण्डम चेकिंग की जाए। रेण्डम चेकिंग के लिए आई0सी0एम0आर0 की नई तकनीकी का प्रयोग किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी अस्पतालों में प्राथमिकता के आधार पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाए। कोविड-19 हेल्प डेस्क प्रातः 08 बजे से शाम 08 बजे तक चले। उन्होंने विभागों में भी कोविड-19 हेल्प डेस्क स्थापित करने पर बल दिया है। इसके माध्यम से लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव तथा उपचार की जानकारी मुहैया करायी जाए। उन्होंने कोविड हेल्प डेस्क पर सेनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं।



कोरोना के प्रसार को नियंत्रित करने में लोगों को जागरूक किये जाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना से बचाव के उपायों का व्यापक प्रचार-प्रसार जारी रखा जाए। चैराहों, बाजार, बस स्टेशन आदि पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए। अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन काउण्टर के समीप कोेरोना से बचाव सम्बन्धी बैनर लगाए जाएं।  श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री  ने ओल्ड एज होम, बाल गृह तथा महिला संरक्षण गृहों में कोरोना से बचाव सम्बन्धी बैनर लगाने तथा इनके निवासियों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि पुलिस तथा पी0ए0सी0 बल के कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध किये जाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सभी उपाए किया जाना जरूरी है। डाॅक्टरों की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कार्य करने वाले चिकित्सकों को भी मरीजों के उपचार सम्बन्धी दायित्व सौंपे जाने पर विचार किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अनलाॅक के दौरान पूरी सतर्कता बरती जाए। कहीं भी भीड़ एकत्र न हो, इसके लिए पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। सोशल डिस्टेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कन्टेनमेन्ट जोन में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के निर्देश भी दिये हैं।  



श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आज से खाद्यान्न वितरण का छठा चरण प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि खाद्यान्न वितरण का कार्य पूरी पारदर्शिता से संचालित किया जाए। सभी जिलाधिकारी खाद्यान्न वितरण कार्य की प्रभावी माॅनीटरिंग करते हुए यह सुनिश्चित करें कि कोई भी जरूरतमन्द व्यक्ति खाद्यान्न से वंचित न होने पाये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि 05 बार के सफल खाद्यान्न वितरण के बाद आज छठवां चरण प्रारम्भ किया गया है। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री  ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा आज गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ किये जाने पर उनका हार्दिक अभिनन्दन किया है। उन्होंने बताया इस अभियान में उत्तर प्रदेश के 31 जनपदों को चयनित किये जाने पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में गरीब कल्याण व ग्रामीण विकास को नया आधार देने के लिए प्रधानमंत्री जी की पहल पर संचालित किया जा रहा यह अभियान गांवों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री की आकांक्षाओं तथा अपेक्षाओं के अनुरूप गरीब कल्याण रोजगार अभियान को संचालित करते हुए इसका लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित है। 



श्री अवस्थी ने बताया कि वापस आये श्रमिकों तथा गांव के लोगों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से देश के 06 राज्यों के 116 जनपदों में 125 दिन का यह अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में उत्तर प्रदेश के 31 जनपद चयनित किये गये हैं। इन जनपदों में सिद्धार्थनगर, प्रयागराज, गोण्डा, महराजगंज, बहराइच, बलरामपुर, जौनपुर, हरदोई, आजमगढ़, बस्ती, गोरखपुर, सुल्तानपुर, कुशीनगर, संतकबीरनगर, बांदा, अम्बेडकरनगर, सीतापुर, वाराणसी, गाजीपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, अयोध्या, देवरिया, अमेठी, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, श्रावस्ती, फतेहपुर, मिर्जापुर, जालौन और कौशाम्बी शामिल हैं। 



श्री अवस्थी ने बताया कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत कामगारों की रूचि और कौशल के अनुरूप रोजगार व स्वरोजगार के कार्य कराये जाएंगे। ग्रामीण सार्वजनिक परिसम्पत्तियों के निर्माण के अन्तर्गत सड़क, ग्रामीण आवास, बागवानी, पौधा रोपण, जल संरक्षण एवं सिंचाई, आंगनवाड़ी, पंचायत भवन, तथा जल जीवन मिशन आदि से जुडे़ 25 कार्य सम्मिलित किये गये हैं। इस अभियान के संचालन से रोजगार की तुरन्त आवश्यकता वाले कामगारों को विभिन्न कार्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे तथा वे अपने ही गांव में जीविकोपार्जन की विभिन्न गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित भी होंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि 125 दिन के इस अभियान को पूरी सफलता के साथ संचालित कराया जायेगा।   श्री अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग की धारा 188 के तहत 70,817 एफआईआर दर्ज करते हुये 1,88,244 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 70,17,474 वाहनांे की सघन चेकिंग में 56,867 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 31,74,33,906 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 3,03,812 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 931 लोगों के खिलाफ 705 एफआईआर दर्ज करते हुए 331 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।



उन्होंने बताया कि प्रदेश में जिला प्रशासन द्वारा अब तक कुल 10,859 वाहनों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम एवं 2443 स्थायी लाउडस्पीकर लगाकर प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में इन्स्टीट्यूशनल क्वारंटीन सेन्टरों की संख्या निरन्तर कम हो रही है लोग होम क्वारंटीन में अपना क्वारंटीन अवधि पूरा करके अपने रोजगार में लग रहे हैं। उन्होंने बताया कि कल प्रदेश में 5878 रोडवेज की बसें संचालित की गयी, जिनमें 5,92,520 लोगों ने यात्रा की।  श्री अवस्थी ने बताया कि अन्य राज्यों के ईंट भट्ठा श्रमिक जो प्रदेश में कार्य कर रहे थे उनको उनके राज्य में भेजे जाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा अब तक अन्य राज्यों के ईंट भट्टा श्रमिकों को 56 ट्रेन के माध्यम से 87,272 कामगारों को सकुशल, सुरक्षित रूप से ससम्मान उनके घर भेजा जा चुका है। इनमें 17 ट्रेनों के माध्यम से 30,403 श्रमिकों को छत्तीसगढ़, 26 ट्रेनों के माध्यम से 44,560 श्रमिकों को बिहार, 04 ट्रेनों के माध्यम से 6,756 श्रमिकों को उड़ीसा व 03 ट्रेन के माध्यम से 5,553 श्रमिकों को झारखण्ड राज्य में भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि आज छत्तीसगढ़ के लिए 01, बिहार के लिए 04 एवं उड़ीसा के लिए 01 टेªन भेजी जा रही है।  अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कल 14,048 सैम्पल की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 5,42,972 सैम्पल की जांच की गयी है।



उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 6,237 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 10,369 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 1614 पूल की जांच की गयी, जिसमें 1571 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 43 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी।  श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 17,75,951 लाख कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, जिनमें से 1567 लोगों में करोना जैसे कोई न कोई लक्षण पाया गया है। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1,30,594 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 97,33,508 घरों के 4,96,85,930 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।



उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 87,482 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी। श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में रैण्डम सैम्पलिंग के अन्तर्गत प्रदेश के सभी जनपदों में आश्रय स्थलों, ओल्ड एज होम एवं बाल सुधार गृह में रह रहे व्यक्तियों के सैम्पल के जांच की गयी। जिसमें 03 जनपदों सुल्तानपुर, कुशीनगर, जालौन के ओल्ड एज होम में कोरोना संक्रमण पाया गया। उन्होंने बताया कि इसी प्रदेश के 75 जनपदों में से केवल दो जनपदों मेरठ, कानपुर नगर के बाल सुधार गृह में कोरोना संक्रमण के केस सामने आये हैं। उन्होंने बताया कि जिन जनपदों में संक्रमण के केस आये हैं वहां के आश्रय स्थलों में सभी की जांच करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि आई0सी0एम0आर0 गाइडलाइन के अनुसार डिस्चार्ज पाॅलिसी में संशोधन किया गया है। असिम्टोमैटिक वाले मरीजों को अब 10 दिन के बाद किसी प्रकार के लक्षण न आने पर बिना जांच के ही घर भेज दिया जायेगा। ऐसे लोगों को घर पर 07 दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा। उन्होंने बताया कि सिम्टोमैटिक वाले मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही घर भेजा जाएगा।